शरीर में खून का निर्माण अलग-अलग सेल्स, प्रोटीन व क्लॉटिंग जैसे फैक्टर्स से मिल कर बना होता है. खून के सही प्रकार में होने के लिए इन सभी चीजों का संतुलित मात्रा में होना जरूरी है. इनमें से किसी भी चीज के असंतुलित होने पर ब्लड गाढ़ा होना शुरू हो जाता है. इस स्थिति को मेडिकल टर्म में हाइपरकोएगुलेबिलिटी (Hypercoagulability) कहा जाता है.
इसके पीछे कई फैक्टर्स हो सकते हैं, जैसे सर्कुलेशन के समय ब्लड सेल्स का अधिक होना, ब्लड क्लॉटिंग को प्रभावित करने वाली किसी बीमारी का होना और ब्लड में क्लॉट प्रोटीन का ज्यादा मात्रा में होना. त्वचा में खुजली होना इसका लक्षण है और प्रोटीन एस की कमी होना इस समस्या का कारण हो सकता है. इसे एंटीप्लेटलेट थेरेपी या फिर एंटीकोएग्युलेशन थेरेपी से ठीक किया जा सकता है.
आज लेख में हम जानेंगे की खून गाढ़ा होने के लक्षण क्या होते हैं और ऐसा होने के पीछे कारण क्या-क्या हैं -
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