फीता कृमि क्या है?
टेपवर्म एक प्रकार का सूक्ष्म कीड़ा होता है जिसको हिन्दी भाषा मे फीता कृमि कहा जाता है। टेपवर्म एक प्रकार का संक्रमण होता है यह संक्रमण टेपवर्म के अंडे या लार्वा (कीड़े का बच्चा) से दूषित भोजन या पानी शरीर के अंदर जाने से होता है। यदि टेपवर्म के कुछ अंडे आपके शरीर में चले जाते हैं और आंतों से बाहर तक फैल जाते हैं। तो ऐसी स्थिति में ये शरीर के अंदरूनी अंगों व ऊतकों में लार्वा सिस्ट (घाव) बनाते हैं, जिसे इनवेसिव इन्फेक्शन (आक्रामक संक्रमण) कहा जाता है। यदि टेपवर्म के लार्वा आपके शरीर में चले जाते हैं तो वे आंतों के अंदर जाकर वयस्क टेपवर्म बन जाते हैं और आंतों का संक्रमण पैदा कर देते हैं।
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एक वयस्क टेपवर्म के सिर, गर्दन व अन्य खंड होते हैं जिन्हें प्रोग्लोटिड्स (Proglottids) कहा जाता है। जब टेपवर्म का संक्रमण आपकी आंतों में होता है तो टेपवर्म का सिर आंत की परत से चिपका होता है और उसका पिछला हिस्सा विकसित होता है और अंडे पैदा करता है। टेपवर्म शरीर में 30 साल तक जिंदा रह सकता है।
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टेपवर्म से होने वाला आंतों का संक्रमण आमतौर पर सौम्य (जो गंभीर ना हो) ही होता है, जिसमें एक या दो टेपवर्म होते हैं। लेकिन लार्वा से होने वाली "इनवेसिव इन्फेक्शन" एक गंभीर जटिलता होती है।