इस समस्या का इलाज कारणों के आधार पर किया जाता है. इसके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है -
टॉन्सिलाइटिस का इलाज
टोंसिलिटिस के लक्षण आमतौर पर 3 से 4 दिन के अंदर अपने आप ठीक हो जाते हैं. इसके कुछ घरेलू उपायों के जरिए भी कम किया जा सकता है, जैसे-
- भरपूर आराम करना
- ठंडे तरल पदार्थों से परहेज
- दर्द को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन लेना
- एनेस्थेटिक थ्रोट स्प्रे का इस्तेमाल करना.
बैक्टीरियल संक्रमण की वजह से टॉन्सिलिटिस होने पर मरीज को एंटीबायोटिक इलाज की आवश्यकता हो सकती है. ऐसे में मरीज को डॉक्टर दिखाने की आवश्यकता होती है, ताकि गंभीर लक्षणों को दूर किया जा सके. इसे ठीक होने में 4 दिन से अधिक का समय लग सकता है.
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गले में संक्रमण का इलाज
कुछ लोगों में स्ट्रेप थ्रोट की समस्या होने पर भी कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखते हैं और न ही यह दूसरों को प्रभावित करते हैं. इस स्थिति में मरीज को इलाज की आवश्यकता नहीं होती है. वहीं, जिन लोगों में स्ट्रेप थ्रोट के लक्षण नजर आते हैं, उन्हें बैक्टीरियल संक्रमण दूर करने के लिए एंटीबायोटिक उपचार की आवश्यकता होती है.
कुछ मामलों में मरीजों को टॉन्सिल के आसपास फोड़ा विकसित हो सकता है. इस स्थिति में एंटीबायोटिक इलाज काम नहीं करता है, तो डॉक्टर इसे निकालने की सलाह दे सकते हैं.
पेरिटॉन्सिलर एब्सेस का इलाज
बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से पेरिटॉन्सिलर एब्सेस की समस्या होने पर डॉक्टर मरीजों को एंटीबायोटिक्स की दवा खाने की सलाह दे सकते हैं. यदि संक्रमण गंभीर है, तो डॉक्टर इंजेक्शन के जरिए भी एंटीबायोटिक दवा दे सकते हैं. अगर एंटीबायोटिक्स इलाज के बावजूद फोड़ा ठीक नहीं हो रहा है, तो इस मामले में डॉक्टर फोड़ा निकालने की सलाह दे सकते हैं.
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वायरल संक्रमण का इलाज
खसरा, कण्ठमाला या रूबेला के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं हैं. हालांकि, कुछ घरेलू उपायों और तरीकों से इसके लक्षणों को कम करने की कोशिश की जाती है. खसरा को ठीक होने में करीब 7-10 दिन का समय लगता है. गलसुआ को ठीक होने में 1 से 2 सप्ताह का समय लग सकता है. वहीं, रूबेला को ठीक होने में 1 सप्ताह या उससे कम समय लगता है. इन संक्रमण को कम करने के लिए कुछ घरेलू तरीके अपनाए जा सकते हैं, जैसे -
- भरपूर रूप से आराम करें
- तरल पदार्थों का सेवन करें.
- ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक और गैर-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं लें.
- सूजी हुई ग्रंथियों पर गर्म या ठंडे पानी से सिकाई करें.
- आंखों की परेशानी को कम करने के लिए घर के पर्दे बंद रखें. साथ ही कमरे की रोशनी कम करके रखें, ताकि आंखों को आराम मिल सके.
जॉ सिस्ट का इलाज
जबड़े में सिस्ट को हटाने के लिए आमतौर पर सर्जरी की आवश्यकता होती है. इसके अलावा, सर्जन किसी भी टूटे, क्षतिग्रस्त या एम्बेडेड दांत को भी हटा सकता है. सर्जरी के बाद, संक्रमण को रोकने के लिए एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं.
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