अमेरिकन सोसायटी फॉर डर्मेटोलॉजिकल सर्जरी के अनुसार स्किन लीजन (त्वचा क्षति) का मतलब असामान्य उभार, गांठ, छाला, फोड़ा या त्वचा का रंग बदल जाने से है। ज्यादातर स्किन लीजन या त्वचा के घाव कोई नुकसान नहीं पहुंचाते लेकिन कुछ मामलों में यह स्किन कैंसर का संकेत हो सकते हैं।
स्किन लीजन के प्रकार
स्किन लीजन को दो श्रेणियों में बांटा गया है: प्राइमरी और सेकेंडरी।
- प्राइमरी स्किन लीजन: यह त्वचा से जुड़ी ऐसी असामान्य स्थिति है जो जन्म के समय भी मौजूद हो सकती है या फिर व्यक्ति के जीवनकाल में बाद में कभी भी हो सकती है।
- सेकेंडरी स्किन लीजन: यह समस्या तब होती है जब प्राइमरी स्किन लीजन के साथ छेड़खानी की जाए। उदाहरण के लिए, जब कोई व्यक्ति तिल या मस्से को तब तक खुजलाता रहे जब तक उससे खून न निकलने लगे तो ऐसे में प्रभावित हिस्से पर पपड़ी आ जाएगी और यह स्थिति सेकेंडरी स्किन लीजन के अंतर्गत आती है।
(और पढ़ें - कील मुंहासे हटाने की क्रीम)