सांस फूलने की समस्या का उपचार कैसे किया जाता है?
सांस फूलने की समस्या का इलाज उसके कारणों के आधार पर किया जाता है। जिन लोगों के खून में ऑक्सीज़न की मात्रा में कमी होती है, उनको प्लास्टिक नेज़ल स्प्रे या प्लास्टिक मास्क का उपयोग करके ऑक्सीजन सप्लिमेंट्स दिए जाते हैं। गंभीर मामलों में, विशेष रूप से जब मरीज पर्याप्त तेजी से और गहराई से सांस ना ले पाएं, तो ब्रेथिंग वेंटिलेशन द्वारा मदद मिल सकती है, जिसमें एक ट्यूब को श्वास नली में डाला जाता है या मास्क का इस्तेमाल किया जाता है।
स्वयं अपनी देखभाल कैसे करें -
अगर मरीज को पता हो की उनके सांस संबंधी समस्या का कारण क्या है और वे ये भी जानते हों कि यह समस्या कोई मेडिकल इमर्जेंसी नहीं है। तो उनको घर पर ही निम्न तरीके इस्तेमाल करने चाहिए:
1. व्यायाम - निम्न कुछ प्रकार के व्यायाम सांस फूलने की समस्या का उपचार करने में मदद कर सकते हैं।
2. आरामदायक पॉजिशन (स्थिति) ढूंढना - लेटने या खड़े होने में आरामदायक पॉजिशन ढूंढना, सांस फूलने की समस्या को कम करने के लिए काफी मददगार हो सकती है। अगर समस्या चिंता या तनाव के कारण है, तो विशेष रूप से इसका इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
निम्न पॉजिशन हैं, तो वायुमार्गों में दबाव को कम करती है औऱ सांस फूलने की समस्या से राहत दिलाती है:
- कुर्सी पर सीधी अवस्था में बैठें
- दीवर पर पीठ लगाकर उसके सहारे खड़ा होना और कमर को दीवार की तरह सीधा रखना
- पैरों से वजन कम करने के लिए, हाथों को मेज पर रखें और शरीर का झुकाव हाथों पर रखें
- सिर व घुटनों के नीचे तकिया लगाकर लेटना
3. पंखे का इस्तेमाल करना - पंखे के आगे हवा के दबाव के सामने बैठना, इससे ऐसा महसूस होता है जैसे अधिक मात्रा में हवा अंदर जा रही है। सांस फूलने की समस्या में यह उपचार काफी प्रभावी पाया गया है।
4. गहरी सांस लेना - पेट द्वारा गहरी सांस लेना कुछ लोगों में सांस फूलने की समस्या में सुधार ला सकती है। निम्न बताए गए तरीकों को घर पर करें।
- लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को पेट पर रखें,
- नाक से गहरी सांसे लें,
- कुछ सेकेंड्स के लिए उसे अंदर रखें,
- और फिर सांस को मुंह द्वारा धीरे-धीरे बाहर छोड़ दें,
- इस पैटर्न को 5 से 10 मिनट तक दोहराते रहें।
इस एक्सरसाइज को दिन में कई बार किया जाना चाहिए या जब व्यक्ति को सांस फूलना महसूस होने लगे तो इसका इस्तेमाल करें। यह बेहतर होगा कि तेजी से सांस लेने की बजाए धीरे-धीरे तथा गहरी सांसे लें।
5. पर्स्ड लिप ब्रेथिंग (Pursed-lip breathing/ साँस लेने की एक पद्धति) – इसकी मदद से मरीज की सांस लेने की गति को धीमा करके सांस फूलने की समस्या का इलाज किया जाता है। विशेष रूप से इसका इस्तेमाल चिंता के कारण होने वाली सांस फूलने की समस्या के लिए किया जाता है।
पर्स्ड लिप ब्रेथिंग घर पर किया जाना चाहिए, जिसके लिए निम्न तरीकों को अपनाएं -
- कुर्सी पर सीधा होकर बैठें और कंधों को आराम दे,
- अपने होठों को एक दूसरे से दबाएं और उनके बीच में थोड़ा सुराग बना कर रखें,
- नाक के द्वारा सांस अंदर लें और कुछ सेकेंड्स के लिए अंदर रखें,
- और फिर दबाएं गए होठों के सुराग से धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ दें,
- इस प्रक्रिया को 10 मिनट तक करते रहें।
लोग इस प्रक्रिया को किसी भी समय कर सकते हैं और जब तक उनको बेहतर महसूस नहीं होता, वे इसे करते रह सकते हैं।
6. ताजा अदरक का सेवन करें – ताजा अदरक का सेवन या किसी गर्म पेय में अदरक मिलाकर सेवन करने से श्वसन तंत्र में संक्रमण होने के कारण होने वाली सांस फूलने की समस्या को दूर किया जा सकता है।
7. भाप लेना – यह वायुमार्गों को खुला रखने में मदद करता है और सांस ले पाने में मदद मिलती है। भाप में पाई जानेवाली गर्मी और नमीं बलगम को तोड़ देती है, जिससे सांस फूलने की समस्या कम होने लगती है।
इसे घर पर करने के लिए निम्न बातों का अनुसरण करें -
- एक बर्तन को गर्म पानी से भर लें,
- उसमें कुछ बूंदे पेपरमिंट या नीलगिरी का तेल डालें,
- बर्तन के उपर अपना चेहरा करें और किसी तौलिया या मोटे कपड़े से ढ़क लें।
- ढ़क कर अच्छी तरह से अंदर भाप में सांस लें।
(और पढ़ें - भाप लेने का तरीका)