सेरोटोनिन सिंड्रोम, दवाओं के कारण होने वाली प्रतिक्रिया है। कई प्रकार की दवाओं के कारण शरीर में सेरोटोनिन नामक रसायन की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है। रसायन की बढ़ी हई मात्रा सेरोटोनिन सिंड्रोम की स्थिति पैदा करती है। शरीर द्वारा सेरोटोनिन रसायन का उत्पादन होता है। यह रसायन तंत्रिका कोशिकाओं और मस्तिष्क के कार्यों के लिए बहुत आवश्यक होता है। सेरोटोनिन रसायन के बढ़ जाने के कारण कई प्रकार के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। इसके हल्के स्तर में कंपकपी और दस्त जबकि गंभीर स्थिति में मांसपेशियों की कठोरता, बुखार और दौरे की समस्या हो सकती है। सेरोटोनिन सिंड्रोम की गंभीर स्थिति में लोगों की जान भी जा सकती है।
कुछ दवाओं की खुराक बढ़ाने अथवा नए दवाओं को शामिल करने के कारण सेरोटोनिन सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। कई अवैध दवाओं और सप्लीमेंट्स के कारण भी सेरोटोनिन सिंड्रोम की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
इस लेख में हम सेरोटोनिन सिंड्रोम के लक्षण, कारण और इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।