रोथमंड-थॉमसन सिंड्रोम क्या है?
रोथमंड-थॉमसन सिंड्रोम (आरटीएस) एक दुर्लभ समस्या है जिसका प्रभाव शरीर के कई हिस्सों पर देखने को मिलता है विशेषकर त्वचा पर। यह बीमारी बचपन में ही शुरू हो जाती है और आमतौर पर 3 महीने से 6 महीने की उम्र के बीच पीड़ित शिशु के दोनों गालों पर रेडनेस यानी लालिमा विकसित होने लगती है। वक्त के साथ धीरे-धीरे बढ़ते हुए यह लाल चकत्ते हाथ और पैरों तक भी फैल जाते हैं, जिसके कारण स्किन के छोटे-छोटे हिस्सों (पैचेज में) त्वचा का रंग बदलने लगता है। इसके साथ ही स्किन पतली होने लगती है (स्किन अट्रोफी) और त्वचा के ठीक नीचे रक्त वाहिकाओं के छोटे-छोटे गुच्छे बनने लगते हैं (टेलैंगजेक्टेसेस)। त्वचा की ये समस्याएं जीवनभर यूं ही बनी रहती हैं जिन्हें सामूहिक रूप से पोइकिलोडर्मा कहा जाता है।
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