शरीर कितना स्वस्थ है इसका अंदाजा मल से लगाया जा सकता है, यही कारण है कि कई प्रकार की बीमारियों के निदान में मल का परीक्षण (स्टूल टेस्ट) कराया जाता है। कई बार शौच से खून आने की समस्याएं देखने को मिलती हैं। शौच के बाद शीट, टॉयलेट पेपर या मल में खून दिखाई दे सकता है। अगर आपको भी इस प्रकार की समस्या हो रही है तो सावधान हो जाएं, यह रेक्टल ब्लीडिंग या मल से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है। मल से रक्तस्राव कई कारणों से हो सकता है। इसका प्रमुख कारण पाचन तंत्र की कमजारी या बवासीर हो सकता है। समय से इसका इलाज न हो पाने के कारण कई प्रकार की अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। रेक्टल ब्लीडिंग के कारण शरीर से अधिक मात्रा में रक्त निकल जाता है, जो कई बार गंभीर कमजोरी का कारण बनता है।
आइए सबसे पहले जानते हैं कि रेक्टल ब्लीडिंग क्या है और इसकी पहचान कैसे की जा सकती है? टॉयलेट शीट या पेपर अथवा मल के साथ रक्त का नजर आना रेक्टल ब्लीडिंग का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले आपको मल के साथ निकलने वाले खून और मल, दोनों के रंग पर ध्यान देना चाहिए। इससे बहुत कुछ स्पष्ट हो सकता है।
- अगर मल से चमकदार लाल रंग का खून आता है तो यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट जैसे बृहदान्त्र कॉलन या मलाशय से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
- गहरे लाल या वाइन के रंग का खून छोटी आंत या बृहदान्त्र के ऊपरी हिस्से से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
- काले रंग का मल छोटी आंत के ऊपरी भाग से रक्तस्राव का संकेत हो सकता है।
- उपरोक्त लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। मल से लंबे समय तक खून आना स्थिति को और गंभीर बना सकता है।