रैप हॉजकिन सिंड्रोम एक दुर्लभ बीमारी है, जिसमें बाल, नाखून, त्वचा, पसीने का उत्पाद करने वाली ग्रंथियों और दांतों का असामान्य विकास होने लगता है। यह जीन में गड़बड़ी या किसी बदलाव के कारण होता है।
रैप हॉजकिन सिंड्रोम के संकेत और लक्षण 'एंकीलोब्लेफेरन एक्टोडर्मल डिफेक्ट्स क्लेफ्ट लिप/पैलेट (एईसी सिंड्रोम)' के साथ ओवरलैप करते हैं। एईसी सिंड्रोम को 'हे वेल्स सिंड्रोम' के नाम से भी जाना जाता है। पहले रैप हॉजकिन सिंड्रोम और एईसी सिंड्रोम दोनों को अलग-अलग विकारों के रूप में वर्गीकृत किया गया था, जब तक कि यह पता नहीं चला था कि वे दोनों एक ही जीन (टीपी63) के एक ही हिस्से में गड़बड़ी के कारण समस्या पैदा करते हैं। लेकिन अब अधिकांश शोधकर्ता मानते हैं कि रैप हॉजकिन सिंड्रोम और एईसी सिंड्रोम अलग-अलग विकार हैं, लेकिन एक ही बीमारी का हिस्सा है।
यदि कोई व्यक्ति इस सिंड्रोम से ग्रसित है, तो बता दें कि यह आजीवन प्रभावित करने वाली स्थिति है। यहां तक कि आप इसकी रोकथाम या इलाज भी नहीं कर सकते हैं, लेकिन डॉक्टर इसका इलाज कर सकते हैं।