प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया क्या है?
प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पेल्विस (पेट और जांघों के बीच का हिस्सा) या जननांगों में दर्द, असहजता या सुन्नता महसूस होती है। यह तब होता है जब प्यूडेंडल नस (पेरिनियम की प्रमुख नस) में चोट या दबाव पड़ता है। इस बीमारी की वजह से बाथरूम जाने, यौन संबंध बनाने या बैठने में दिक्कत हो सकती है। इस स्थिति में थोड़ी-थोड़ी देर में दर्द होता रहता है। वैसे तो यह स्पष्ट नहीं है कि इस बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या कितनी है लेकिन, विशेषज्ञों का मानना है कि यह दुर्लभ स्थिति है।
प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया के लक्षण
आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में, जननांगों या पेरिनियम (जननांगों और गुदा के बीच का हिस्सा) में प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया के लक्षण महसूस किए जा सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- तेज या जलन के साथ दर्द होना
- अधिक संवेदनशीलता महसूस होना
- सुन्नता या पिन और सुई के चुभने जैसा महसूस करना
- सूजन
बैठने पर ये ज्यादा महसूस होता है या शरीर के दोनों तरफ इस बीमारी के लक्षण दिख सकते हैं और इससे पेट, कूल्हा या पैर भी प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
- अचानक या बार-बार बाथरूम जाने की जरूरत पड़ना
- सेक्स के दौरान दर्द या दिक्कत होना
- पुरुषों को इरेक्शन (लिंग में उत्तेजना) संबंधित समस्या आना
प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया के कारण
ऐसी कई चीजें हैं, जो प्यूडेंडल नस को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह स्थिति चोट लगने पर, सर्जरी कराने के बाद या जन्म देने के बाद बन सकती है। ट्यूमर या संक्रमण की वजह से प्यूडेंडल नस सिकुड़ सकती है या वहां कोई दिक्कत हो सकती है। कभी-कभी, कुछ प्रकार के व्यायाम (जैसे साइकिल पर बहुत समय बिताना) भी इस समस्या का कारण बन सकते हैं।
प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया का इलाज
- प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया से ग्रस्त अधिकांश लोगों का इलाज फिजिकल थेरेपी, जीवनशैली में बदलाव और दवाओं के जरिए मुमकिन है।
- नसों में दर्द होने पर सीधे बैठने या खड़े रहने से आराम मिल सकता है। इससे प्यूडेंडल नस पर दबाव नहीं पड़ता है।
- एक्सरसाइज या साइकिल न चलाएं। कुछ व्यायाम इस स्थिति को बदतर बना सकते हैं।
- फिजिकल थेरेपी का सहारा लें, इससे पेल्विस के निचले हिस्से की मांसपेशियों को आराम मिलता है। इससे नसों पर पड़ रहा दबाव कम हो सकता है। यदि इस बीमारी के कारण पेशाब या मल को रोकना मुश्किल हो गया है, तो फिजिकल थेरेपी इसमें मदद कर सकती है।
- डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का प्रयोग करना उचित है। मांसपेशियों को आराम देने से प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया के लक्षणों को दूर करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा अवसाद या मिर्गी जैसी बीमारियों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं भी असरकारी हो सकती हैं।
यदि कोई व्यक्ति इस बीमारी की चपेट में है और उपरोक्त तरीको की मदद से इलाज में फायदा नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर सर्जरी करवाने की सलाह दे सकते हैं। इसमें ऐसी चीजों को हटा दिया जाता है जिनके वजह से तंत्रिका पर दबाव पड़ता है।