प्रायपिज्म को हिन्दी भाषा में लम्पटता कहा जाता है, हालांकि, बहुत ही कम लोग इसे लम्पटता के नाम से जानते हैं। यह पुरुषों को होने वाला एक ऐसा रोग है, जिसमें उनके लिंग में असाधारण व असामयिक तनाव आ जाता है और लंबे समय तक रहता है। प्रायपिज्म में होने वाला लिंग तनाव आमतौर पर बिना किसी कामुक उत्तेजना के ही होता है। यह रोग तब होता है, जब लिंग में रक्त जमा हो जाता है और वापस नहीं निकल पाता है। यदि जल्द से जल्द इस रोग का इलाज न किया जाए तो इससे लिंग के ऊतकों में स्कार बनने लग जाते हैं और मरीज को स्थायी रूप से स्तंभन दोष हो सकता है।
प्रायपिज्म किसी भी उम्र में हो सकता है, जिनमें नवजात शिशु भी शामिल हैं। हालांकि, ऐसा देखा गया है कि यह दो अलग-अलग उम्र श्रेणियों को प्रभावित करता है, जिनमें 5 से 10 साल के बच्चे और 20 से 50 साल के व्यस्क शामिल हैं।
(और पढ़ें - लिंग में टेढ़ापन के लक्षण)