सामान्य रूप से नाक बहने के माध्यम से शरीर से बलगम बाहर आ जाता है। जब यही बलगम नाक से बाहर न आकर वापस गले में पहुंचने लग जाए तो इस स्थिति को पोस्ट नेजल ड्रिप कहा जाता है। सामान्य रूप से नाक और साइनस में बनने वाला कुछ बलगम हम निगल लेते हैं। यह प्रक्रिया इस प्रकार से होती है कि इसका हमें एहसास नहीं होता है। यदि बलगम गाढ़ा हो जाए या बलगम का उत्पादन सामान्य से अधिक मात्रा मेंं होने लगे तो इस स्थिति में पोस्ट नेजल ड्रिप की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
जिन लोगों को नाक बहने के साथ-साथ गले में असामान्य संवेदना और पुरानी खांसी हो, उन्हें पोस्ट नेजल ड्रिप की समस्या हो सकती है। इस स्थिति को 'अपर एयरवे कफ सिंड्रोम' भी कहा जाता है। यह स्थिति आमतौर पर नाक और साइनस की समस्याओं से संबंधित होती है। सर्दी-जुकाम, एलर्जी जैसी कई स्थितियां हैं जो पोस्ट नेजल ड्रिप का कारण बन सकती हैं। समस्या के कारणों के आधार पर इलाज की प्रक्रिया को प्रयोग में लाया जाता है।
आइए इस स्थिति के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में विस्तार से जानते हैं।