डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा - Dyshidrotic Eczema in Hindi

डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा
डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा

पॉम्पहॉलिक्स (जिसे डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा के नाम से भी जाना जाता) एक प्रकार का एक्जिमा है, जिसका मतलब त्वचा पर पानी से भरे छाले होता है। इसमें हाथों की उंगलियों, हथेली और कभी-कभी पैरों के तलवों में छोटे-छोटे छाले हो जाते हैं।

पॉम्पहॉलिक्स की समस्या क्यों होती है इस बारे में डॉक्टरों को कोई विशेष जानकारी नहीं है। हालांकि, माना जाता है कि एटॉपिक डर्मेटाइटिसकॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस और तनाव के कारण लोगों को यह समस्या हो सकती है। इसके अलावा कुछ पदार्थ जैसे निकल, क्रोमियम और कोबाल्ट आदि के संपर्क में आने के कारण भी पॉम्पहॉलिक्स की समस्या हो सकती है। विशेषज्ञोंं के मुताबिक, वैसे तो यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है, लेकिन किशोरों और वयस्कों में यह अधिक आम है।

त्वचा के जिन हिस्सों में पॉम्पहॉलिक्स की समस्या होती है, उनमें बैक्टीरियल संक्रमण होने का भी खतरा बना रहता है। ज्यादातर लोगों में पॉम्पहॉलिक्स की समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है, लेकिन कई बार इसे ठीक होने में कुछ हफ्तों तक का भी समय लग सकता है। अगर इसके शुरुआती लक्षण दिखते ही इलाज कर लिया जाए, तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है, लेकिन कई बार इसमें होने वाली खुजली को आम समस्या समझकर उसे बिना इलाज के ही छोड़ दिया जाता है, जो बाद में कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकती है।

इस लेख में हम पॉम्पहॉलिक्स के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

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डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा के लक्षण - Dyshidrotic Eczema Symptoms in Hindi

जिन लोगों को पॉम्पहॉलिक्स की समस्या होती है, उनके हाथों और पैरों में छोटे और खुजली वाले छाले निकल आते हैं। यह छाले समूह में होते हैं। इसके अलावा व्यक्ति में निम्न प्रकार के भी लक्षणों को देखा जा सकता है।

  • छाले दिखाई देने से पहले उस हिस्सों में खुजली या जलन के साथ दर्द होना
  • हाथ और पैरों की उंगलियों, हथेली और पैरों के तलवों पर छाले होना
  • लाल और फटी हुई त्वचा
  • छाले या दाने के आसपास की त्वचा पर पसीना होना
  • नाखूनों का रंग बदलकर गहरा हो जाना

छाले अक्सर 2 से 3 सप्ताह में चले जाते हैं, लेकिन त्वचा पर कुछ समय तक के लिए लालिमा बनी रह सकती है। पॉम्पहॉलिक्स की समस्या कुछ लोगों में हल्के या गंभीर स्तर की हो सकती है। जिन लोगों को यह समस्या गंभीर रूप से पैरों में होती है, उन्हें छाले के कारण चलने में कठिनाई हो सकती है। यदि हाथों में छाले हैं तो इससे कई प्रकार के दैनिक कार्य प्रभावित हो सकते हैं।

जो लोग छालों को खरोच देते हैं, उनमें संक्रमण होने का भी खतरा हो सकता है। संक्रमण की स्थिति में यह समस्याएं देखी जा सकती हैं।

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डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा के कारण - Dyshidrotic Eczema Causes in Hindi

पॉम्पहॉलिक्स की समस्या किन कारणों से होती है डॉक्टरों को इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ज्यादातर 20 से 40 की उम्र वाले वयस्कों को प्रभावित करती है साथ ही पुरुषों की तुलना में महिलाओं को इस समस्या का खतरा दो गुना अधिक होता है। इसके अलावा जिन लोगों को हे-फीवर हो या परिवार में पहले किसी को डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा की शिकायत रह चुकी हो, उन लोगों को पॉम्पहॉलिक्स का खतरा अधिक रहता है।

इसके अलावा निम्न स्थितियों में भी डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा होने का खतरा बढ़ जाता है।

यह भी देखा गया है कि जिन लोगों को पॉम्पहॉलिक्स की समस्या होती है उनमें से आधे लोगों को अन्य प्रकार की खुलजी जैसे कॉन्टैक्ट या एटोपिक डर्मेटाइटिस भी हो सकता है। यह स्थिति संक्रामक नहीं है, यानी कि जिन लोगों को पॉम्पहॉलिक्स है उनको छूने से दूसरे लोगों में यह नहीं फैलता है।

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डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा का निदान - Diagnosis of Dyshidrotic Eczema in Hindi

डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा या पॉम्पहॉलिक्स के निदान के लिए कोई विशेष प्रकार का लैब टेस्ट उपलब्ध नहीं है। यदि आपको हाथों और पैरों पर फफोले दिखाई देते हैं, तो इस बारे में त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। व​ह आपकी स्थिति को देखते हुए कुछ परीक्षण कराने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर एथलीट फुट जैसी समान लक्षणों वाली अन्य स्थितियों के बारे में पुष्टि करने के लिए परीक्षण का सुझाव दे सकते हैं।

यदि पॉम्पहॉलिक्स की समस्या किसी एलर्जी के कारण हो रही हो तो आपको एलर्जी विशेषज्ञ के पास भेजा जा सकता है। डॉक्टर पैच परीक्षण कर सकते हैं, जिससे यह समझने में आसानी होती है कि यह समस्या किसी धातु के संपर्क में आने के कारण तो नहीं हो रही है?

इन टेस्ट के दौरान त्वचा पर विभिन्न धातुओं या अन्य चीजों का पैच लगाया जाता है। इससे त्वचा की प्रतिक्रियाओं का अध्ययन करके स्थिति की पुष्टि करने में मदद मिल सकती है।

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डिसहिड्रॉटिक एक्जिमा का उपचार - Dyshidrotic Eczema Treatment in Hindi

पॉम्पहॉलिक्स के इलाज के लिए मुख्य रूप से इन उपायों को प्रयोग में लाया जाता है।

वेट कंप्रेस

पोटेशियम परमैंगनेट या एल्यूमीनियम एसीटेट के साथ वेट कंप्रेस करने से छालों को तेजी से खत्म करने में मदद मिल सकती है।

एंटीबायोटिक

जिन लोगों को बैक्टीरियल इंफेक्शन की समस्या होती है उन्हें एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं।

फोटोथेरेपी

फोटोथेरपी से इलाज के दौरान त्वचा पर पराबैंगनी किरणें प्रवाहित की जाती हैं जो त्वचा को छालों से मुक्ति दिलाने और त्वचा को साफ करने में मदद कर सकती हैं।

इस समस्या को कुछ सामान्य उपायों के माध्यम से रोका या ठीक किया जा सकता है।

  • हाथ और पैर को रोज धोएं। इसके लिए गुनगुने पानी और खुशबू रहित साबुन का उपयोग करें। बाद में त्वचा को अच्छी तरह से सुखा लें।
  • हाथों को धोने से पहले अपनी अंगूठी को उतार दें। अंगूठी के नीचे कई बार नमी फंसी रह जाती है जो बाद में खुजली या छाले का कारण बन सकती है।
  • बर्तन धोते समय हाथों में कॉटन लाइनर दस्ताने पहनें।
  • नहाने या हाथों को धोने के बाद त्वचा पर मॉइस्चराइजर लगाएं। त्वचा की रक्षा के लिए डाइमेथिकोन युक्त क्रीम का प्रयोग कर सकते​ हैं।