पॉलीप्स का मतलब ऊतकों की असामान्य वृद्धि से है, जो अक्सर छोटे मशरूम की तरह दिखते हैं। ज्यादातर पॉलीप्स आधे इंच से कम चौड़े होते हैं।
बड़ी आंत में पॉलीप्स होना सबसे आम है, लेकिन यह कुछ अन्य जगह पर भी विकसित हो सकता है :
- कान की नली
- गर्भाशय ग्रीवा
- पेट
- नाक
- गर्भाशय
- गला
अधिकांश पॉलीप्स हल्के होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे गैर-कैंसरकारी होते हैं, लेकिन क्योंकि इनमें असामान्य वृद्धि होती है ऐसे में यह घातक या कैंसरग्रस्त भी हो सकते हैं। डॉक्टर बायोप्सी की मदद से पॉलीप्स का निदान कर सकते हैं। बायोप्सी में डॉक्टर ऊतक का एक छोटा-सा नमूना लेकर जांच करते हैं और यह पता लगाते हैं कि कहीं कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति तो नहीं है।
पॉलीप्स के लिए उपचार उनके स्थान, आकार और स्थिति (हल्के या घातक) पर निर्भर करता है।