पोलीन्यूरोपैथी - Polyneuropathy in Hindi

Dr. Nabi Darya Vali (AIIMS)MBBS

October 05, 2020

December 20, 2023

पोलीन्यूरोपैथी
पोलीन्यूरोपैथी

पोलीन्यूरोपैथी एक ऐसा रोग है, जिसमें व्यक्ति की पेरीफेरल तंत्रिकाओं को नुकसान होता है। ये तंत्रिकाएं शरीर के सभी हिस्सों में पाई जाती हैं। पोलीन्यूरोपैथी में त्वचा, मांसपेशियों और शरीर के सभी अंदरूनी अंगों में मौजूद तंत्रिकाएं प्रभावित हो जाती हैं। इन तंत्रिकाओं को जब नुकसान होता है तो ये मस्तिष्क में संकेत पहुंचाने में असमर्थ हो जाती हैं या फिर ठीक से संकेत नहीं पहुंचा पातीं। हालांकि, इस रोग में मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में मौजूद नसें प्रभावित नहीं होती हैं।

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पोलीन्यूरोपैथी के प्रकार - Types of Polyneuropathy in Hindi

पोलीन्यूरोपैथी दो मुख्य प्रकार हैं, जो इस प्रकार हैं -

  • एक्यूट पोलीन्यूरोपैथी -
    पोलीन्यूरोपैथी के इस प्रकार में मरीज को अचानक से लक्षण विकसित होते हैं और लक्षण आमतौर पर गंभीर होते हैं।
     
  • क्रोनिक न्यूरोपैथी -
    इसमें लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और लंबे समय तक रहते हैं। इसके लक्षण इलाज की मदद से धीरे-धीरे जाते हैं।

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पोलीन्यूरोपैथी के लक्षण - Polyneuropathy Symptoms in Hindi

पोलीन्यूरोपैथी रोग के प्रकार और उसके अंदरूनी कारणों के अनुसार लक्षण भिन्न हो सकते हैं -

  • पैरस्थीसिया (अजीबोगरीब संवेदनाएं महसूस होना)
  • अचानक से तेज दर्द होना
  • हाथ व पैरों में जलन व झुनझुनी महसूस होना (डिस्टल पोलीन्यूरोपैथी)
  • छूने पर अत्यधिक दर्द व संवेदनाएं महसूस होना
  • बांहों व टांगों में कमजोरी महसूस होना
  • सीधे चलने में कठिनाई या बार-बार ठोकर लगना
  • निगलने में कठिनाई महसूस होना

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि मरीज को दो से तीन दिनों तक लगातार अपनी टांगों या बांहों में कमजोरी महसूस हो रही है, तो डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए। इसके अलावा ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस होने पर डॉक्टर से जांच करवाना अच्छा विकल्प हो सकता है।

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पोलीन्यूरोपैथी के कारण - Polyneuropathy Causes in Hindi

पोलीन्यूरोपैथी रोग होने के कारणों को तीन भागों में बांटा गया है, जिन्हें आइडियोपैथिक, एक्वायर्ड और हेरेडिटरी के नाम से जाना जाता है। ये कुछ इस प्रकार हैं -

  • आइडियोपैथिक पोलीन्यूरोपैथी -
    इसमें तंत्रिकाओं को नुकसान होने का कारण का पता नहीं चल पाता है।
     
  • एक्वायर्ड पोलीन्यूरोपैथी -
    इसका मतलब है कि किसी बाहरी या अंदरूनी चोट या फिर किसी रोग के कारण तंत्रिकाओं को नुकसान हुआ है।
     
  • हेरेडिटरी पोलीन्यूरोपैथी -
    यह आनुवंशिक स्थिति होती है, जिसका मतलब है कि यह रोग माता या पिता से प्राप्त हुआ है।

पोलीन्यूरोपैथी के प्रकारों के अनुसार इसके कारण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं -

एक्यूट पोलीन्यूरोपैथी के कारण

क्रोनिक पोलीन्यूरोपैथी के कारण

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पोलीन्यूरोपैथी का परीक्षण - Diagnosis of Polyneuropathy in Hindi

पोलीन्योरोपैथी का परीक्षण मुख्य रूप से मरीज के स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी (मेडिकल हिस्ट्री), शारीरिक परीक्षण और न्यूरोलॉजिक टेस्टों के आधार पर किया जाता है, जो कि मरीज के लक्षणों पर निर्भर करता है। परीक्षण के दौरान मरीज की लंबाई, नाड़ी दर, रक्तचाप और तापमान आदि की जांच भी की जाती है। परीक्षण के दौरान आमतौर पर निम्न टेस्ट किए जा सकते हैं -

पोलीन्यूरोपैथी का इलाज - Polyneuropathy Treatment in Hindi

पोलीन्यूरोपैथी का इलाज मुख्य रूप से उसका कारण बनने वाली स्थिति के अनुसार किया जाता है। इलाज इस बात पर भी निर्भर करता है कि शरीर के किस हिस्से में आपको पोलीन्यूरोपैथी के लक्षण महसूस हो रहे हैं। कुछ मामलों में मरीज को दर्द निवारक दवाएं देते हैं, जिनकी मदद से उन्हें हो रहे लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इन दवाओं में आमतौर पर निम्न शामिल हैं -

  • नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं
  • एंटीडिप्रेसेंट्स दवाएं

इसके अलावा यदि मरीज को कोई अंदरूनी रोग है, तो उसके अनुसार कुछ तरीकों से इलाज शुरू करने की आवश्यकता पड़ सकती है, जो कुछ इस प्रकार है -

  • यदि डायबिटीज के कारण पोलीन्यूरोपैथी हुआ है, तो डॉक्टर पहले रक्त शर्करा को सामान्य स्तर पर लाते हैं, जिससे पोलीन्यूरोपैथी के लक्षण भी नियंत्रित होने लगते हैं। हालांकि, पोलीन्यूरोपैथी के लक्षणों को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अलग से दवाएं भी दी जाती हैं।
  • यदि कैंसर या कैंसर युक्त ट्यूमर के कारण पोलीन्यूरोपैथी हुआ है, तो डॉक्टर कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए सर्जरी करने पर विचार कर सकते हैं।

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पोलीन्यूरोपैथी के डॉक्टर

Dr. Reena Mudiya Dr. Reena Mudiya प्राकृतिक चिकित्सा
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Dr. Ekta Gupta Dr. Ekta Gupta प्राकृतिक चिकित्सा
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