कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शरीर को पानी की जरूरत होती है। जैसे ही शरीर में पानी का स्तर कम होता है, वैसे ही हमें प्यास महसूस होती है। प्यास लगना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जो निश्चित मात्रा में पानी के सेवन से दूर हो जाती है। यदि किसी व्यक्ति को सामान्य से ज्यादा प्यास लग रही है, तो यह स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या हो सकती है।
अधिक प्यास लगना एक बीमारी हो सकती है, इसके अलावा यह अन्य कई रोगों का लक्षण भी हो सकता है। बार-बार प्यास लगना और पर्याप्त पानी पीने के बावजूद प्यास न बुझ पाना इस समस्या के सबसे आम लक्षण होते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य लक्षण भी विकसित हो सकते हैं, जैसे शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस होना, धुंधला दिखना या जी मिचलाना आदि, जो मुख्य रूप से अधिक प्यास लगने के कारण बनने वाली समस्याओं के अनुसार विकसित होते हैं।
ऐसी कई सामान्य परिस्थितियां भी हो सकती हैं, जिनके कारण किसी व्यक्ति को असाधारण रूप से अधिक प्यास लगती है, जैसे अधिक तापमान वाले क्षेत्रों में रहना, गर्मी के समय व्यायाम करना और चाय-कॉफी आदि का अधिक सेवन करना। इसके अलावा डायबिटीज जैसे कुछ गंभीर रोग भी हैं, जिनके कारण अधिक प्यास लग सकती है।
इसका कारण बनने वाली समस्याओं का पता लगाने के लिए मरीज का परीक्षण व कुछ विशेष ब्लड टेस्ट किए जाते हैं। इन टेस्टों से मिले परिणामों के अनुसार इलाज शुरू किया जाता है। इस समस्या के इलाज में मुख्य रूप से मरीज के शरीर में तरल पदार्थों की पूर्ति करना, स्वस्थ आहार देना और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए कुछ दवाएं देना आदि शामिल है।
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