पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस क्या है?
पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस (Pityriasis rubra pilaris: PRP: पीआरपी) एक दुर्लभ प्रकार का त्वचा विकार है। इसकी वजह से त्वचा में सूजन और नाखून के मोटा होने के साथ ही बाल झड़ने की समस्या होती हैं।
पिटीरियासिस का मतलब त्वचा की पपड़ी, रूब्रा का मतलब लालिमा और पिलारिस का मतलब बालों के रोम होता है और इसी वजह से इसका नाम पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस रखा गया। पीआरपी में सबसे पहले चेहरे पर छोटा सा निशान बनता है, जिसके बाद यह पीठ और पूरे शरीर में फैल जाता है।
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पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस के लक्षण क्या हैं?
पीआरपी होने पर त्वचा में गुलाबी, लाल, नारंगी रंग के दाग होने लगते हैं। साथ ही इन दाग में व्यक्ति को खुजली होती है। शरीर के कुछ हिस्सों पर ही इस तरह के पैच होते हैं। पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस विशेष रूप से कोहनी, घुटने, हाथ, पैर और टखनों में ही होते हैं। इसमें हाथों की हथेलियों और पैर के तलवे भी लाल या मोटे हो जाते हैं। धीरे-धीरे ये पपड़ी युक्त दाग पूरे शरीर में फैल जाते हैं।
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पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस क्यों होता है?
पीआरपी कई प्रकार के होते हैं। इसके होने के कारणों का पता नहीं चल सका है। हालांकि जीन व प्रतिरक्षा तंत्र की कुछ प्रतिक्रियाओं को इसका कारण माना जाता है।
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पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस का इलाज कैसे होता है?
पिटीरियासिस रूब्रा पिलारिस का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर कई अन्य तरह के उपचारों की मदद लेते हैं। इन उपचारों में यूरिया और लैक्टिक एसिड युक्त क्रीम, ओरल रेटिनॉयड, ओरल विटामिन ए, मेथोट्रेक्सेट, प्रतिरक्षा तंत्र को दबाने वाली दवाएं व अल्ट्रावायलेट लाइट थेरेपी को शामिल किया जाता है।
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