अचानक से तेज प्रकाश से आंखों में चुभन सी महसूस होना एक आम स्थिति होती है। लेकिन अगर रोशनी से आंखों में गंभीर दर्द होता है और हल्की रोशनी की तरफ भी आप नहीं देख पाते हैं, तो इस स्थिति को प्रकाश के प्रति अतिसंवेदनशीलता कहा जाता है। जगती हुई लाइट को देख न पाना और धूप में न जा पाना आदि इस रोग के मुख्य लक्षण हैं। यह स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं के एक संकेत के रूप में विकसित हो सकता है, जिसमें आंखों व मस्तिष्क से संबंधी कई रोग शामिल हैं। माइग्रेन इस स्थिति का सबसे मुख्य कारण माना जाता है।
इसका परीक्षण मुख्य रूप से किसी नेत्र विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है। परीक्षण के दौरान जांच की जाती है कि आपको रोशनी से कितनी तकलीफ होती है। परीक्षण के परिणामों के अनुसार ही इस समस्या का इलाज शुरु किया जाता है। प्रकाश के प्रति अतिसंवेदनशीलता के इलाज के मुख्य दो प्रकार होते हैं, एक में इसके अंदरुनी कारण का इलाज किया जाता है और दूसरे में इससे होने वाले लक्षणों को नियंत्रित करने पर ध्यान दिया जाता है। स्थिति के अनुसार इनमें से एक इलाज प्रक्रिया का चुनाव कर लिया जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में दोनों प्रक्रियाओं का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।