पर्निसियस एनीमिया - Pernicious Anemia in Hindi

Dr. Nabi Darya Vali (AIIMS)MBBS

October 09, 2020

January 30, 2024

पर्निसियस एनीमिया
पर्निसियस एनीमिया

पर्निसियस एनीमिया को समझने से पहले एनीमिया के बारे में जान लेते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य से कम हो जाती हैं। लेकिन जब आपका शरीर विटामिन बी-12 की कमी की वजह से पर्याप्त मात्रा में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है, तो इसे पर्निसियस एनीमिया कहा जाता है। बहुत समय पहले, इस विकार को घातक समझा जाता था ('पर्निसियस' का अर्थ भी घातक होता है), लेकिन वर्तमान में इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है। पर्निसियस एनीमिया से ग्रस्त मरीज को विटामिन बी-12 गोलियां दी जा सकती हैं।

(और पढ़ें - एनीमिया डाइट चार्ट)

पर्निसियस एनीमिया के संकेत और लक्षण क्या हैं? - Pernicious Anemia Symptoms in Hindi

पर्निसियस एनीमिया का विस्तार आमतौर पर धीरे होता है। इसके लक्षणों को पहचानना मुश्किल हो सकता है, फिलहाल इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं :

पर्निसियस एनीमिया से ग्रस्त न्यूरोलॉजिकल लक्षणों में शामिल हो सकते हैं :

विटामिन बी-12 की कमी के अन्य लक्षण, जो पर्निसियस एनीमिया के कारण होते हैं :

पर्निसियस एनीमिया का कारण क्या है? - Pernicious Anemia Causes in Hindi

शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि यह हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करते हैं। इनकी अनुपस्थिति में, शरीर के ऊतक और अंग सही से कार्य करने में सक्षम नहीं रहते हैं।

विटामिन बी-12 इस प्रक्रिया का एक जरूरी हिस्सा है। यदि आपका शरीर भोजन से पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी-12 अवशोषित नहीं करता है, तो ऐसे में लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य से बड़ी हो जाएंगी, जिस वजह से शरीर लाल र​क्त कोशिकाएं कम बनाता है और जो कोशिकाएं बनती हैं, वे अपने समय से पहले नष्ट हो जाती हैं।

(और पढ़ें - विटामिन बी12 टेस्ट क्या होता है)

पर्निसियस एनीमिया का निदान कैसे किया जाता है? - Pernicious Anemia Diagnosis in Hindi

डॉक्टर सबसे पहले फैमिली हिस्ट्री चेक कर सकते हैं। इसके बाद वे व्यक्ति के लक्षणों के बारे में पता कर सकते हैं, इसके अलावा वे कुछ और भी प्रश्न पूछ सकते हैं जैसे :

  • आप अक्सर किस प्रकार का भोजन करते हैं
  • किसी प्रकार की दवा का सेवन करते हैं अथवा नहीं

शारीरिक परीक्षण के दौरान, डॉक्टर यह जांचने की कोशिश करेंगे कि लिवर में वृद्धि हुई है या नहीं। इसके अलावा वे तंत्रिका में किसी प्रकार के नुकसान के बारे में पता लगा सकते हैं। वे शरीर के संतुलन और मानसिक स्थिति की भी जांच करके पर्निसियस एनीमिया का निदान कर सकते हैं।

(और पढ़ें - लीवर बढ़ने की बीमारी)

पर्निसियस एनीमिया का इलाज कैसे किया जाता है? - Pernicious Anemia Treatment in Hindi

जो लोग दुकान पर से विटामिन खरीदते हैं, उनमें पर्निसियस एनीमिया का उपचार करने के लिए पर्याप्त बी-12 नहीं होता है। ऐसे में सप्लीमेंट के लिए डॉक्टर से परामर्श लें। इन्हें अक्सर शॉट्स (इंजेक्शन) में लिया जाता है। यह शॉट हर दूसरे दिन लेने की जरूरत होती है। कुछ समय बाद, आपको महीने में एक बार इन शॉट्स को लेने की जरूरत पड़ेगी।

बी-12 की अतिरिक्त मात्रा को पिल्स, नेजल स्प्रे, नेजल जेल या जीभ के नीचे रखी जाने वाली दवा के रूप में भी निर्धारित किया जा सकता है।

डॉक्टर संभवतः आपके आहार में कुछ बदलावों का सुझाव दे सकते हैं। विटामिन बी-12 वाले अधिक खाद्य पदार्थ खाने से आप बेहतर महसूस कर सकते हैं।



पर्निसियस एनीमिया की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Pernicious Anemia in Hindi

पर्निसियस एनीमिया के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।