हृदय और उसके आसपास मौजूद एक थैलीनुमा संरचना के बीच द्रव जमा होने की स्थिति को पेरिकार्डियल इफ्यूजन कहा जाता है। इस थैलीनुमा संरचना को पेरिकार्डियम कहा जाता है। पेरिकार्डियल इफ्यूजन के अधिकतर मामले हानिकारक नहीं होते हैं, लेकिन कई बार इनसे हृदय के सामान्य रूप से अपना कार्य करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है।
पेरिकार्डियम एक सख्त व स्तर नुमा संरचना से बनी एक थैली होती है। इस थैली की मदद से ही हृदय धड़कनें बनाने के दौरान आसानी से हिल-ढुल पाता है। आमतौर पर पेरिकार्डियम की हर सतह के बीच 2 से 3 चम्मच द्रव भरा होता है। इस द्रव को पेरिकार्डियल फ्लूइड कहा जाता है, जो हल्के पीले रंग का होता है।