पेनिस पर दाने होने का इलाज इसके प्रकार के अनुसार नीचे विस्तार से बताया गया है -
साफ-सफाई
पेनिस पर एक्ने के लिए अमूमन किसी इलाज की जरूरत नहीं पड़ती है, ये अपने आप कुछ दिनों में खत्म हो जाते हैं. फिर भी पेनिस के रोमछिद्रों को खोलने के लिए गरम पानी से सिकाई की जा सकती है. साथ ही यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पेनिस की वह जगह सूखी और साफ रहे. पिंपल्स को फोड़ने की कतई कोशिश नहीं करनी चाहिए, इससे इंफेक्शन के साथ निशान पड़ सकते हैं.
(और पढ़ें - पेनिस निकालने की सर्जरी)
सर्जरी
स्पष्ट रूप से कहा जाए, तो पर्ली पेनाईल पैप्युल्स का कोई इलाज नहीं है. इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि ये एक बार हो जाते हैं, तो इनके जाने की उम्मीद कम ही रहती है. पर्ली पेनाईल पैप्यूल्स फैलते नहीं हैं, न ही ये सेक्सुअली ट्रांसमिटेड होते हैं. फिर भी अगर कोई इसके कारण मानसिक रूप से परेशान है, तो क्रायोसर्जरी, लेजर सर्जरी व रेडियो सर्जरी से इसे ठीक किया जा सकता है.
स्टेरॉइड क्रीम
लाइकेन प्लानस की स्थिति भी अपने आप ठीक हो जाती है. फिर भी स्किन पर कुछ देर के लिए स्टेरॉइड क्रीम को लगाकर इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. घर में कोल्ड कम्प्रेस, ओटमील बाथ और हाइड्रोकोर्टिसोन क्रीम की मदद से सूजन और डिस्कम्फर्ट को कम किया जा सकता है. यह न तो फैलता है और न ही सेक्सुअली ट्रांसमिटेड होता है.
टॉपिकल क्रीम
ये अपने आप ठीक हो सकते हैं, लेकिन कई बार फैलते भी हैं. डॉक्टर टॉपिकल क्रीम लगाने की सलाह दे सकता है, जो जेनिटल वार्ट्स टिशू को खत्म कर देते हैं या फिर वार्ट्स को फ्रीज या जला सकते हैं. जेनिटल वार्ट्स को ठीक करने में टी ट्री ऑयल भी मददगार हो सकता है. इसके लिए किसी भी ओवर द काउन्टर वार्ट हटाने वाले प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि वे इसके लिए नहीं बने होते हैं.
यदि किसी को एक्टिव इंफेक्शन है, तो उसे सेक्स (ओरल और ऐनल दोनों) करने से परहेज करना चाहिए और जेनिटल को छूने के बाद हाथ धोने चाहिए. कंडोम जेनिटल वार्ट्स से सुरक्षा करते हैं, लेकिन ये सिर्फ उस स्किन की सुरक्षा करते हैं, जिसे वे कवर करते हैं.
(और पढ़ें - पेनिस में फ्रैक्चर)
सेक्स से परहेज
सिफलिस बिना किसी इलाज के भी ठीक हो सकता है. फिर भी इसका इलाज किया जाना जरूरी है. जब तक सिफलिस के लिए व्यक्ति का टेस्ट निगेटिव नहीं आता, तब तक सेक्स से परहेज करने की सलाह दी जाती है. इस रोग को फैलने से बचाने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए भी कहा जाता है.
एंटी वायरल दवाइयां
जेनिटल हर्पीज के इलाज के लिए डॉक्टर एंटी वायरल दवाइयां लेने की सलाह दे सकते हैं, जिससे इसकी गंभीरता कम हो जाती है. कूल कम्प्रेस, सूदिंग बाथ और दर्द निवारक दवाइयों से डिस्कम्फर्ट से राहत मिलती है. एक्टिव इंफेक्शन के समय सेक्स न करने की सलाह दी जाती है, साथ ही कंडोम का इस्तेमाल और सिर्फ एक सेक्सुअल पार्टनर रखने के लिए कहा जाता है.
(और पढ़ें - लिंग का साइज कितना होता है?)