पेम्फिगॉइड एक दुर्लभ स्व-प्रतिरक्षित रोग है, जो किसी भी उम्र में हो सकता है। हालांकि, वृद्धावस्था में यह अधिक देखा जाता है। पेम्फिगॉइड प्रतिरक्षा प्रणाली की सामान्य कार्य प्रक्रिया में खराबी होने के कारण होता है, जिससे त्वचा में फफोले, छाले और घाव होने लगते हैं। पेम्फिगॉइड के अधिकतर मामलों में मरीज को टांग, बांह और पेट पर छाले फफोले होते हैं।
पेम्फिगॉइड में मरीज की श्लेष्म झिल्ली (म्यूकस मेम्बरेन) में भी छाले विकसित हो सकते हैं। म्यूकस मेम्बरेन का मुख्य कार्य म्यूकस बनाना होता है, जो शरीर के अंदरूनी हिस्सों को सुरक्षित रखने का काम करता है। पेम्फिगॉइड आमतौर पर आंख, नाक, मुंह और गुप्तांगों में मौजूद म्यूकस मेम्बरेन में हो सकता है। कुछ महिलाओं में उनके गर्भावस्था के दौरान भी यह हो सकता है।
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