पैरानेजल साइनस और नाक गुहा कैंसर दो जगहों पर ट्यूमर के रूप में विकसित हो सकता है: नाक के पास की खाली जगह जहां बलगम पैदा होती है या नाक के पीछे वाली जगह जहां से गुजर कर हवा फेफड़ों तक जाती है। इस दुर्लभ रोग के लक्षण अक्सर सामान्य साइनस की समस्याओं जैसे लगते हैं।
पैरानेजल साइनस और नाक गुहा कैंसर के लक्षण
ज्यादातर मामलों में नेजल कैविटी और पैरानेजल साइनस कैंसर के बारे में उनकी वजह से होने वाली समस्याओं के कारण पता चलता है। लोगों में बिना लक्षण पहचाने रोग निर्णय करना दुर्लभ और आमतौर पर आकस्मिक होता है। इस कैंसर के संभावित लक्षणों में शामिल हैं:
- नाक बंद होना जो ठीक होने की बजााए लगातार खराब हो रही हो
- आंखों के नीचे या ऊपर दर्द होना
- एक तरफ की नाक बंद होना
- नाक और गले के पीछे की नाली में जलन महसूस होना
- नाक से खून बहना
- नाक से मवाद निकलना
- सूंघने की क्षमता कम होना
- चेहरे का कुछ हिस्सा सुन्न होना
- दांतों का ढीला या सुन्न पड़ना
- लगातार आंखों से पानी आना
- एक आंख पर उभार आना
- दृष्टि में हानि या परिवर्तन
- एक कान में दर्द या दबाव होना
- बहरापन
- सिरदर्द
- मुंह खोलने में परेशानी
- गर्दन में लिम्फ नोड्स का आकार बढ़ना (त्वचा के नीचे गांठ जैसी दिखना या महसूस होना)
इनमें से एक या अधिक लक्षण होने का मतलब यह जरूरी नहीं है कि आपको नेजल कैविटी या पैरानेजल साइन कैंसर ही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें से ज्यादातर लक्षण अन्य कई स्थितियों की वजह से हो सकते हैं। हालांकि फिर भी यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर से चेक-अप और इलाज करवाना जरूरी है।
पैरानेजल साइनस और नाक गुहा कैंसर के कारण
कुछ केमिकल या धूल वाले कार्यस्थल पर काम करने के कारण ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन नौकरियों में शामिल हैं:
- फर्नीचर बनाना
- मशीन से लकड़ी काटना
- बढ़ई का काम
- जूते बनाना
- धातु चढ़ाना
- आटा चक्की या बेकरी का काम
- धूम्रपान करना
इन सभी के अलावा पेपिलोमा वायरस से संक्रमित होना। यह रोग पुरुषों में ज्यादा सामान्य है।
पैरानेजल साइनस और नाक गुहा कैंसर का इलाज
कैंसर की स्थिति और सामान्य स्वास्थ्य के अनुसार इसका इलाज किया जाता है, जिसमें इलाज के कई विकल्पों का अकेले या एक साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। प्राथमिक अवस्था का कैंसर जिसमें वह ज्यादा न फैला हो, ऐसे में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। अंतिम चरण के कैंसर जो अधिक गंभीर हो गए हों, उनके लिए अन्य इलाजों जैसे रेडिएशन थैरेपी, कीमोथेरपी या टार्गेटेड थेरेपी को सर्जरी की जगह अपनाया जा सकता है। अपने डॉक्टर से यह जरूर जान लें कि आपका कैंसर किस स्टेज पर है और यह आपके लिए क्या मायने रखता है ताकि आप अपने इलाज के लिए बेहतर निर्णय ले सकें।