मल त्याग में दर्द के कई कारण हो सकते हैं और कारणों के आधार पर इलाज किया जाता है. आमतौर पर डॉक्टर कब्ज के मरीजों को डाइट में बदलाव करने, पानी का अधिक सेवन करने और नियमित व्यायाम की सलाह देते हैं. इसके अलावा, अधिक दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं. आइए, विस्तार से जानें, मल त्याग में दर्द के इलाज के बारे में -
एनल कैंसर
एनल कैंसर के दौरान यदि मल त्याग में दर्द या रक्तस्राव होना बंद नहीं होता है या कुछ दिनों के बाद स्थिति अधिक खराब हो जाती है, तो अपने डॉक्टर को दिखाएं वे कैंसर के लक्षणों की जांच के लिए एक कुछ फिजीकल एग्जामिन और टेस्ट करेंगे. यदि टेस्ट में एनल ट्यूमर आता है, तो डॉक्टर सर्जरी, कीमोथेरेपी या लेजर थेरेपी के साथ इसका इलाज करेंगे.
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एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस के कारण मल त्यागने में दर्द होने के कारण डॉक्टर इमेजिंग परीक्षणों के साथ एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों की तलाश कर सकते हैं. एंडोमेट्रियोसिस में हार्मोन थेरेपी कुछ राहत दे सकती है. गंभीर मामलों में अतिरिक्ति टिश्यूज को हटाने के लिए सर्जरी से भी मदद मिलेगी. यदि एंडोमेट्रियोसिस के कारण मासिक धर्म के दौरान कई दिनों तक दर्द हो रहा है, आप संभोग नहीं कर पा रहे हैं या ये आपकी लाइफ को बहुत तकलीफदेह बना रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से इसके इलाज के लिए संपर्क करना चाहिए.
स्किन कंडीशन
एक्जिमा, सोरायसिस और मस्से इनमें से कोई भी एक समस्या दर्दनाक मल का कारण है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए. डॉक्टर लैब में भेजने के लिए आपकी त्वचा से एक छोटा-सा सैंपल ले सकते हैं. ये असल परेशानी के कारणों की पुष्टि करेगा और इसका सबसे अच्छा इलाज मिलने में मदद होगी.
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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज
अल्सरेटिव कोलाइटिस एक इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है. ये मल त्याग में गंभीर समस्या पैदा कर सकती है. इस समस्या के इलाज में कई अलग-अलग दवाएं मदद कर सकती हैं. ये दवाएं अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षणों को कंट्रोल करती हैं, जिससे मल त्यागना आसान होता है. सर्जरी अल्सरेटिव कोलाइटिस से हमेशा के लिए छुटकारा दिला सकती है.
बवासीर
गर्म स्नान, मल सॉफ्टनर और ओवर-द-काउंटर क्रीम बवासीर के इलाज में मदद कर सकती है. यदि कुछ दिनों में इन उपायों से मल त्यागने में दर्द ठीक नहीं होता है, तो डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर ब्लड क्लॉटिंग को हटाने की प्रक्रिया करते हैं, जिससे मल त्यागने के दौरान दर्द की समस्या कम होती है.
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फूड इंटॉलरेंस और सेंसिविटी
फूड इंटॉलरेंस और सेंसिविटी के उपचार का सबसे अच्छा तरीका किसी भी ऐसे खाद्य पदार्थ को खाने से बचना है, जो व्यक्ति के मल त्यागने में होने वाले दर्द को ट्रिगर कर सकता है.
कब्ज
कब्ज से निजात पाने के लिए आहार में अधिक फलों व सब्जियों को शामिल करके और फाइबर के सेवन को बढ़ा सकते हैं. इसके साथ ही प्रोबायोटिक्स वाले खाद्य पदार्थ जैसे- योगर्ट, मांस और डेयरी उत्पादों का सेवन कम करें. आंतों को एक्टिव रखने के लिए हर दिन लगभग 30 मिनट का हल्का व्यायाम करें. स्वस्थ आहार का सेवन करने, अधिक पानी पीने से कब्ज में मदद मिल सकती है. अगर फाइबर, व्यायाम और अधिक पानी मदद नहीं करता है, तो अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. डॉक्टर हल्के प्रभाव वाली दवाइयां स्टूल सॉफ्टनर दे सकते हैं. ये मल को नरम करने में मदद करते हैं. मल सॉफ्नर तब उपयोगी होते हैं, जब कोई व्यक्ति अस्थायी, हल्के या पुरानी कब्ज की समस्या से परेशान हो.
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क्लैमाइडिया या सिफलिस
इन एसटीआई की रोकथाम के लिए एंटीबायोटिक्स, जैसे एजिथ्रोमाइसिन या डॉक्सीसाइक्लिन दी जा सकती हैं. सिफलिस के गंभीर होने पर पेनिसिलिन इंजेक्शन दे सकते हैं. इन बीमारियों के दौरान सेक्स से परहेज करने की सलाह दी जा सकती है. साथ ही नियमित रूप से एसटीआई के लिए परीक्षण करवाते रहें.
पेपिलोमा वायरस
यदि पेपिलोमा वायरस का इलाज न किया जाए, तो ये मोल कैंसर का कारण बन सकता है. पेपिलोमा वायरस को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है, इसमें मोल्स आ सकते हैं और जा सकते हैं. ऐसे में डॉक्टर मस्सों को हटाने के लिए लेजर या क्रायोथेरेपी का उपयोग कर सकते हैं.
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इन्फेक्शन
अगर किसी इन्फेक्शन के कारण मल त्यागने में दर्द है, तो डॉक्टर दवाइयों और क्रीम की सहायता से दर्द को कम कर सकते हैं. कुछ मामलों में सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है. एक बार जब इन्फेक्शन साफ हो जाता है, तो मल त्यागने में आसानी होती हैं.