मनोग्रसित बाध्यता विकार (ओसीडी) क्या है?
मनोग्रसित बाध्यता विकार (Obsessive Compulsive Disorder/ ओसीडी) में व्यक्ति को अनुचित विचार आने लगते हैं और डर की आशंकाएं होने लगती हैं। इसके साथ ही यदि आप एक ही विचार को सोचने पर बार-बार विवश हो रहें हैं, तो भी आपको मनोग्रसित बाध्यता विकार यानि ओसीडी (OCD) हो सकता है।
इस विकार को जुनूनी-बाध्यकारी विकार भी कहा जाता है। ओसीडी होने पर आपको मालूम ही नहीं होता कि आपके दिमाग में जो विचार आ रहें हैं वो सही भी हैं या नहीं। इस दौरान दिमाग में आने वाले विचारों को अनदेखा करने और रोकने के लिए आप प्रयास कर सकते है, लेकिन यह प्रयास केवल आपके तनाव व चिंता को और बढ़ा देते हैं। ऐसा होने पर आप खुद को तनाव पूर्ण महसूस करते हुए एक ही कार्य को बार-बार करने के लिए बाध्य हो जाते हैं।
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ओसीडी(OCD) से पीड़ित व्यक्ति के विचार मुख्यतः रोगाणु द्वारा दूषित होने के डर पर ही केंद्रित हो जाती है। ऐसे में रोगाणुओं के डर को कम करने के लिए व्यक्ति अपने हाथों को मजबूती से बार-बार तब तक धोते है, जब तक ये छिल न जाए या इनसे खून न आने लगे। इन अंशाकित विचारों से बचने का प्रयास करने के बावजूद ये विचार आपको बार-बार आने लगते हैं। इस तरह का व्यवहार करना एक ओसीडी से पीड़ित व्यक्ति की विशेषता को बताता है।
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