नाक की हड्डी टेढ़ी होना क्या है?
नाक की हड्डी टेढ़ी तब होती है जब नाक की दोनों नलियों (जिसे हिन्दी में नासा मार्ग कहा जाता है) के बीच की दीवार (Nasal septum) नाक के बीच में होने की बजाए एक तरफ खिसक जाती है। ज्यादातर लोगों में नाक की हड्डी टेढ़ी होने से उनकी नाक की एक नली दूसरी से छोटी पड़ जाती है।
यदि नाक की हड्डी गंभीर रूप से टेढ़ी हो गई है तो यह नाक की एक तरफ को बंद कर देती है जिससे नाक में कम हवा पहुंच पाती है और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। कुछ लोगों में नाक की हड्डी टेढ़ी होने से से नाक की नलियों के अंदरूनी हिस्से सूखने लगते है जिससे नाक के अंदर पपड़ी जमना या नाक से खून बहना जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
नाक की हड्डी टेढ़ी होने से नाक की बीच वाली दीवार के ऊतकों में सूजन आ सकती है जिससे नाक की एक तरफ या दोनों तरफ की नलियां रुक सकती हैं। नाक की रुकावट के इलाज में सूजन कम करने के लिए दवाएं और नाक की नलियों को खोलने के लिए नेजल डायलेटर्स (Nasal dilators) आदि शामिल हैं। लेकिन नाक की टेढ़ी हड्डी का इलाज करने के लिए सर्जरी आवश्यक होती है।
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