मिश्रित संयोजी ऊतक रोग क्या है?
मिश्रित संयोजी ऊतक रोग में लुपस (शरीर के किसी हिस्से को नुकसान पहुंचाने वाली ऑटोइम्यून बीमारी), स्क्लेरोडर्मा (संयोजी ऊतकों और त्वचा का सख्त होना) और पॉलीमायोसाइटिस (असामान्य सूजन की बीमारी) जैसे विकारों के मिश्रित संकेत और लक्षण दिखाई देते हैं। इसलिए मिश्रित संयोजी ऊतक रोग को कभी-कभी ओवरलैप रोग के रूप में भी जाना जाता है। मिश्रित संयोजी ऊतक रोग में, आमतौर पर किसी एक बीमारी के लक्षण एक साथ दिखाई नहीं देते हैं। इसकी बजाय कई सालों में लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देते हैं जिसकी वजह से मिश्रित संयोजी ऊतक रोग का निदान करना मुश्किल हो सकता है।
इसके शुरुआती संकेत और लक्षण अक्सर हाथों को देखकर पहचाने जा सकते हैं। इसमें अक्सर ठंड के संपर्क में आने से उंगलियां फूल जाती हैं और उंगलियों के ऊपर का हिस्सा सफेद व सुन्न हो सकता है। शुरुआती लक्षणों को यदि नियंत्रित नहीं किया गया तो बाद में यह फेफड़े, हृदय और गुर्दों को भी प्रभावित कर सकती है। वैसे तो मिश्रित संयोजी ऊतक रोग का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन इसके संकेतों और लक्षणों को आमतौर पर कुछ दवाओं (प्रेडनिसोन) के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है।