माइट्रल वाल्व हृदय के बाईं ओर मौजूद दोनों कक्षों (एट्रियम और वेंट्रिकल) के बीच मौजूद होता है। बता दें, हृदय के दोनों तरफ दो-दो चैंबर होते हैं, इन चैंबर को कभी-कभी कक्ष भी कहा जा सकता है। बाएं तरफ मौजूद दोनों चैंबर को एट्रियम और दाएं ओर मौजूद दोनों चैंबर को वेंट्रिकल कहते हैं। एट्रियम ऊपरी चैंबर होता है जबकि निचले चैंबर को वेंट्रिकल कहते हैं।
माइट्रल वाल्व स्टेनोसिस नामक स्थिति में माइट्रल वाल्व पूरी तरह से नहीं खुलता है, जिस कारण रक्त प्रवाह में बाधा आती है। आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ता है। जिन लोगों को कभी रूमेटिक फीवर हुआ है या स्ट्रेप इंफेक्शन का इलाज न कराने वालों में माइट्रल वाल्व स्टेनोसिस का खतरा ज्यादा होता है।
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