मेटाबॉलिक एसिडोसिस एक गंभीर इलेक्ट्रोलाइट विकार है जो शरीर के अम्ल-क्षार बैलेंस में असंतुलन के कारण होती है। सामान्य रूप से शरीर में एसिड का संतुलन बनाए रखने में किडनी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। किडनी में किसी प्रकार की समस्या के कारण मेटाबोलिक एसिडोसिस हो सकती है। इसके अलावा मुख्यरूप से मेटाबोलिक एसिडोसिस निम्न तीन कारणों से होता है।
- शरीर में एसिड का अधिक उत्पादन होना
- बाइकार्बोनेट की क्षति
- शरीर से अतिरिक्त एसिड को बाहर निकालने में किडनी की अक्षमता
जिन लोगों को किडनी की बीमारी होती है, उनकी किडनी खून को अच्छी तरह से फिल्टर नहीं कर पाती है, ऐसे में इन लोगों को मेटाबॉलिक एसिडोसिस की समस्या का खतरा सबसे अधिक रहता है। इसके अलावा मधुमेह से ग्रसित लोगों को भी मेटाबॉलिक एसिडोसिस का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। मेटाबॉलिक एसिडोसिस की गंभीर स्थिति जानलेवा हो सकती है। इसका इलाज संभव है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह उस व्यक्ति में किन कारणों से है?
इस लेख में हम मेटाबॉलिक एसिडोसिस के लक्षण, कारण और इलाज के तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
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