मेलस (एमईएलएएस) सिंड्रोम क्या है?
मेलस (एमईएलएएस) सिंड्रोम एक दुर्लभ विकार है जिसका पूरा नाम माइटोकॉन्ड्रियल एन्सेफ्लोपैथी, लैक्टिक एसिडोसिस एंड स्ट्रोक है। यह सिंड्रोम बचपन में शुरू होता है, आमतौर पर 2 से 15 साल की उम्र के बीच यह समस्या शुरू होती है। वहीं, इस स्थिति में अधिकांश तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियां प्रभावित होती हैं जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति को दौरे, बार-बार सिरदर्द व उल्टी और भूख की कमी जैसे शुरुआती लक्षणों का अनुभव होता है। इसके साथ ही शरीर के एक ओर अस्थायी मांसपेशियों की कमजोरी और स्ट्रोक-जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं। इसके चलते संज्ञात्मक परिवर्तन (समझने में परेशानी), देखने और सुनने में कमी जैसी समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है। साथ ही साथ मोटर स्किल्स (गतिविधि से जुड़ी क्षमता) की हानि और मानसिक मंदता (बौद्धिक विकलांगता) भी हो सकती है।
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