मैलोरी-वीज सिंड्रोम - Mallory Weiss Syndrome in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

October 15, 2020

January 20, 2021

मैलोरी-वीज सिंड्रोम
मैलोरी-वीज सिंड्रोम

गंभीर और लंबे समय तक उल्टी की समस्या की वजह से भोजन नली की परत कट (टियर्स) जाती है। भोजन नली एक ट्यूब की तरह है जो गले को पेट से जोड़ती है। मैलोरी-वीज सिंड्रोम (एमडब्ल्यूएस) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें श्लेष्म झिल्ली या जहां अन्न प्रणाली पेट को मिलती है, वहां की आंतरिक परत कट जाती है। ज्यादातर यह स्थिति उपचार के बिना 7 से 10 दिनों के अंदर ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में मैलोरी-वीज टियर्स की वजह से ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। इन टियर्स की गंभीरता के आधार पर सर्जरी की आवश्यक हो सकती है।

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मैलोरी-वीज सिंड्रोम के संकेत और लक्षण क्या हैं? - Mallory-Weiss Syndrome Symptoms in Hindi

एमडब्ल्यूएस में जरूरी नहीं है कि हर बार लक्षण दिखाई दें, खासकर जब भोजन नली को हल्का नुकसान पहुंचता है तो ऐसे में एमडब्ल्यूएस के संकेत दिखाई नहीं देते और यह उपचार के बिना अपने आप जल्दी ठीक हो जाते हैं।

ज्यादातर मामलों में लक्षण विकसित हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं :

उल्टी में खून आना जो आमतौर पर गहरा व थक्केदार हो सकता है और कॉफी के रंग जैसा दिखाई दे सकता है। कभी-कभी यह लाल भी दिखाई दे सकता है। मल में दिखाई देने वाला खून गहरे रंग का होगा और टार की तरह दिखाई दे सकता है। यदि किसी व्यक्ति को यह लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे तत्काल आपातकालीन देखभाल की जरूरत है। कुछ मामलों में, खून की कमी हो जाने से एमडब्ल्यूएस जानलेवा हो सकता है।

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मैलोरी-वीज सिंड्रोम का कारण क्या है? - Mallory-Weiss Syndrome Causes in Hindi

एमडब्ल्यूएस का सबसे आम कारण गंभीर या लंबे समय तक उल्टी की समस्या होना है। ऐसा अक्सर लंबे समय तक शराब का सेवन या बुलिमिया (खाने से जुड़ा जानलेवा विकार) के कारण भी हो सकता है।

अन्य कारणों में शामिल हैं :

एमडब्ल्यूएस महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ज्यादा आम है। यह ज्यादातर उन लोगों में होता है जो शराब का अनियंत्रित तरह से सेवन करते हैं। नेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर रेयर डिसऑर्डर के अनुसार, 40 और 60 वर्ष की उम्र के बीच के लोगों में इस स्थिति के विकसित होने का जोखिम अधिक होता है। हालांकि, बच्चों और युवा वयस्कों में मैलोरी-वीज सिंड्रोम के मामले देखने को मिल सकते हैं।

मैलोरी-वीज सिंड्रोम का निदान कैसे होता है? - Mallory-Weiss Syndrome Diagnosis in Hindi

डॉक्टर लक्षणों के अंतर्निहित कारण की पहचान करने के लिए आपसे शराब के सेवन और हाल की बीमारियों सहित किसी भी चिकित्सा संबंधी मुद्दे के बारे में पूछ सकते हैं।

यदि लक्षणों से लगता है भोजन नली में ब्लीडिंग हो रही है, तो डॉक्टर एसोफैगोगैस्ट्रोडुआडेनोस्कोपी (ईजीडी) कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान आपको दर्द निवारक लेने की आवश्यकता हो सकती है। इसमें डॉक्टर एक छोटी, लचीली ट्यूब को पेट में डालते हैं, जिसे एंडोस्कोप कहा जाता है, इसमें आगे की तरफ रोशनी के लिए टॉर्च और कैमरा लगा होता है। इस प्रक्रिया के जरिए डॉक्टर आसानी से भोजन नली को हुए नुकसान के बारे में पता कर सकते हैं।

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मैलोरी-वीज सिंड्रोम का इलाज कैसे किया जाता है? - Mallory-Weiss Syndrome Treatment in Hindi

नेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर रेयर डिसऑर्डर के अनुसार, एमडब्ल्यूएस वाले लगभग 80 से 90 प्रतिशत मामले अपने आप ठीक हो जाते हैं। स्थिति को ठीक होने में आमतौर पर कुछ दिन लगते हैं, लेकिन अगर खून बहना बंद नहीं होता है, तो  निम्नलिखित उपचारों में से एक की आवश्यकता हो सकती है।

एंडोस्कोपी थेरेपी

यदि ब्लीडिंग अपने आप बंद नहीं होती है तो एंडोस्कोपिक थेरेपी की आवश्यकता हो सकती है। एंडोस्कोपिक विकल्पों में शामिल हैं :

  • इंजेक्शन थेरेपी या स्केलेरोथेरेपी : ​यह एक प्रोसीजर है जिसमें डॉक्टर प्रभावित हिस्से में दवाई इंजेक्ट करते हैं, ताकि ब्लीडिंग को रोका जा सके।
  • कोगुलेशन थेरेपी : छोटे और मध्यम आकार के होमोरोइड (बवासीर) को रोकने के लिए इस थेरेपी का उपयोग किया जाता है।

खून की कमी हो जाने पर ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ सकती है।

सर्जिकल और अन्य विकल्प

कभी-कभी, एंडोस्कोपिक थेरेपी ब्लीडिंग को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं होती है, इसलिए अन्य तरीकों की जरूरत हो सकती है जैसे कि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी।

डॉक्टर प्रभावित हिस्से की पहचान करने और ब्लीडिंग की समस्या को ठीक करने के लिए आर्टेरियोग्राफी (एक प्रक्रिया जिसमें धमनियों की स्पष्ट छवि बनती है) का उपयोग कर सकते हैं।

दवाई

पेट के एसिड के उत्पादन को कम करने के लिए फैमोटिडाइन (पेप्सिड) या लैंसोप्रेजोल (प्रीवेसिड) जैसे दवा आवश्यक हो सकती हैं। हालांकि, इन दवाओं की प्रभावशीलता पर शोध चल रहा है। अच्छा होगा कि आप कोई दवाई अपने आप न लेकर डॉक्टर से सलाह करें।

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