लुपस में क्या क्या जटिलताएं हो सकती हैं
लुपस में होने वाली जलन व सूजन शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है, जिनमें निम्न शामिल हैं,
गुर्दे (Kidneys):
लुपस गुर्दों को गंभीर रूप से क्षति पहुंचा सकते हैं, लुपस के दौरान मरने वाले लोगों में ज्यादातर मामले किडनी खराब होने के कारण होते हैं। किडनी की समस्याओं से जुड़े लक्षण व संकेत जिनमें सामान्य खुजली, मतली और उल्टी, छाती में दर्द और टांगों में सूजन (edema) आदि शामिल है। (और पढ़ें - छाती में दर्द का इलाज)
मस्तिष्क और केंद्रिय तंत्रिका प्रणाली (Brain and central nervous system):
जब मस्तिष्क लुपस से प्रभावित हो जाता है, तो सिर दर्द, चक्कर आना, व्यवहार में परिवर्तन, मतिभ्रम, और यहां तक कि स्ट्रोक या दिल का दौरा जैसी समस्याएं होने लगती हैं। लुपस के कारण कुछ लोगों को याददाश्त से संबंधित परेशानियां हो सकती है, जिसे उन्हें अपने विचारों को व्यक्त करने में कठिनाई हो होने लगती है। (और पढ़ें - सिर दर्द में क्या खाना चाहिए)
रक्त और रक्तवाहिकाएं (Blood and blood vessels):
लुपस में रक्त से जुड़ी समस्याएं भी पैदा होने लगती हैं, इसमें एनीमिया और रक्तस्राव या खून जमना आदि का खतरा बढ़ जाता है। यह रक्त वाहिकाओं में सूजन और जलन का कारण भी बन सकता है (vasculitis)।
फेफड़े (Lungs):
लुपस के कारण छाती की गुहा अस्तर (cavity lining) में सूजन व जलन आदि होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे सांस लेने में दर्द होने लगता है। लुपस में लोग निमोनिया के प्रति भी अतिसंवेदनशील हो जाते हैं। (और पढ़ें - निमोनिया से बचने के घरेलू उपाय)
ह्रदय (Heart):
लुपस आपके ह्रदय की मांसपेशियो, धमनियों और झिल्लयों में सूजन व जलन का कारण भी बन सकता है। ह्रदय संबंधित रोग और दिल के दौरे का खतरा भी लुपस में काफी बढ़ जाता है। (और पढ़ें - मांसपेशियों के दर्द का इलाज)
अन्य प्रकार की जटिलताएं:
संक्रमण (Infection) :लुपस से पीड़ित लोग संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हो जाते हैं, क्योंकि लुपस के उपचार व लुपस दोनों प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बनाते हैं। कुछ संक्रमण जो ज्यादातर लुपस से पीड़ित लोगों को प्रभावित करते हैं, इनमें मूत्र मार्ग में संक्रमण, श्वसन संक्रमण, यीस्ट संक्रमण, साल्मोनेला और दाद आदि शामिल हैं।
कैंसर (Cancer): लुपस होने से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। (और पढ़ें - कैंसर में क्या खाना चाहिए)
हड्डियों के ऊतक नष्ट हो जाना (Bone tissue death (avascular necrosis)):
यह तब होता है, जब हड्डियों में खून की आपूर्ति कम हो जाती है। अक्सर इससे हड्डियों में कोई छोटी टूट-फूट होती है, और अंत में हड्डी नष्ट हो जाती है। इसमें नितंबों के जोड़ सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। (और पढ़ें - हड्डी को मजबूत करने का तरीका)
गर्भावस्था में जटिलताएं (Pregnancy complications):
लुपस से ग्रसित महिलाओं में गर्भपात के जोखिम बढ़ जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान लुपस उच्च रक्तचाप और पीटरम बर्थ (समय से पहले बच्चे को जन्म देना) के जोखिमों को बढ़ा देता है। इन जटिलताओं को कम करने के लिए डॉक्टर गर्भधारण ना करने की सलाह दे सकते हैं, जब तक रोग के लक्षणों को कम से कम 6 महीने तक नियंत्रित ना किया जाए।
( और पढ़ें - गर्भावस्था के शुरूआती लक्षण)