भूख न लगना क्या है?
जब आपके खाने की इच्छा कम होने लगती है तो इस स्थिति को भूख कम लगना कहा जाता है। इसके अलावा इस स्थिति को खराब भूख या भूख की कमी या फिर कम भूख महसूस होना आदि कई नामों से जाना जाता है। इसका मतलब होता है कि आपको भोजन की इच्छा या भूख उतनी नहीं लगती जितनी आपको पहले लगती थी।
कब्ज, पेट के वायरस, भोजन संबंधी विकार, कुछ प्रकार के रोग, गलत और अलग -अलग समय पर भोजन करना और यहां तक कि कैंसर भी भूख में कमी कर सकते हैं। भूख कम लगने की स्थिति के लक्षणों में भोजन की इच्छा ना होना, अचानक से वजन घटना और भूख महसूस ना होना आदि होते हैं। भोजन करने के विचार से आपका जी मिचलाने लग सकता है और आपको ऐसा लगने लगता है कि खाना खाने के बाद आपको उल्टी आ जाएगी।
लंबे समय से भूख कम लगने की स्थिति को एनोरेक्सिया कहा जाता है इसके मेडिकल या साइकोलॉजिकल (मनोवैज्ञानिक) कारण हो सकते हैं। यदि संभव हो तो भोजन करने से पहले ताजी हवा में थोड़ी एक्सरसाइज करने की कोशिश करें या थोड़ा चल लें। खाना खाने से ठीक पहले थोड़ी बहुत शारीरिक गतिविधियां करना और ताजी हवा लेना भी भूख को उत्तेजित करते हैं।
डॉक्टर इस समस्या की ठीक से जांच करने के लिए खून टेस्ट, छाती का एक्स-रे, पेट का अल्ट्रासाउंड और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन कर सकते हैं।
कुछ ऐसे स्टेप जो किसी व्यक्ति के खाने की इच्छा को बढ़ा सकते हैं, व्यक्ति का मनपसंद भोजन प्रदान करना और भोजन के लिए एक अनियमित शेड्यूल बनाना, यानि जब मन करें तब खाओ आदि है।
कुछ निश्चित स्थितियों में डॉक्टर मरीज़ की भूख बढ़ाने के लिए कुछ दवाओं का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जैसे साइप्रोहेप्टाडिन (Cyproheptadine), मेजैस्ट्रोल (Megestrol) और ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) आदि।
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