लिवर की चोट को मेडिकल भाषा में ‘लिवर लैकरेशन’ कहा जाता है. लिवर में चोट कई कारणों से लग सकती हैं, जो इस प्रकार है -
एक्सीडेंट
मोटर वाहन दुर्घटना यानी एक्सीडेंट लिवर में चोट लगने का सबसे मुख्य कारण माना जाता है. जब किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट होता है, तो उसे लिवर में चोट लग सकती है और रक्तस्राव हो सकता है.
(और पढ़ें - लिवर इन्फेक्शन का इलाज)
चाकू या गोली लगना
जिस व्यक्ति के पेट पर कभी चाकू या गोली लगती है, तो उसे लिवर में चोट लग सकती है. इस दौरान उसे हैवी ब्लीडिंग हो सकती है. इसके अलावा, पेट में दर्द व सूजन आदि का भी सामना करना पड़ सकता है. बंदूक और चाकू का घाव व्यक्ति के लिए गंभीर हो सकता है.
(और पढ़ें - लिवर की बीमारी के लिए व्यायाम)
बल के साथ गिरना
कई बार व्यक्ति खेलते-खेलते, दौड़ते या फिर चलने के दौरान तेजी से गिर जाता है. जब कोई बल के साथ गिरता है, तो इससे लिवर में चोट लग सकती है.
(और पढ़ें - कमजोर लिवर का इलाज)
पैरा-अमीनो सैलिसिलिक एसिड (पीएएस)
टीबी में लिए जाने वाले पैरा अमीनो सैलिसिलिक एसिड के प्रति कुछ लोग संवेदनशील होते हैं. लगभग 0.3-5 फीसदी लोगों को पीएएस लेने के बाद लिवर में चोट के लक्षण महसूस हो सकते हैं.
(और पढ़ें - फैटी लिवर का इलाज)
कोगुलोपैथी
कोगुलोपैथी भी लिवर में चोट का एक कारण हो सकता है. कोगुलोपैथी ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर में रक्त सही तरीके से नहीं जम पाता है. यह समस्या अधिक रक्तस्राव का कारण बन सकती है. इसलिए, इसे ब्लीडिंग डिसऑर्डर भी कहा जाता है. रिसर्च में साबित हुआ है कि कोगुलोपैथी के कारण लिवर में चोट लग सकती है.
(और पढ़ें - लिवर की देखभाल की दवा)
एनेस्थेटिक एजेंट
एनेस्थेटिक एजेंट के कारण भी लिवर में चोट आ सकती है. एक रिसर्च में भी इनहेलेशन एनेस्थेटिक को लिवर में चोट के लिए जिम्मेदार माना गया है.
(और पढ़ें - लिवर कैंसर में क्या खाना चाहिए)