क्लिप्पल फेल सिंड्रोम (केएफएस), कंकाल तंत्र से जुड़ी एक समस्या है, जिसके कारण रीढ़ में हड्डियों का विकास प्रभावित होता है। केएफएस की समस्या के साथ जन्मे लोगों की गर्दन के कम से कम दो कशेरुकाओं में असामान्य फ्यूजन देखने को मिल सकता है। केएफएस वाले कुछ लोगों में कोई भी लक्षण नजर नहीं आते हैं, जबकि कुछ लोगों को सिरदर्द, पीठ और गर्दन में दर्द और अन्य तंत्रिका संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। छोटी गर्दन, सिर के पीछे के हिस्से में छोटी हेयरलाइन और रीढ़ के ऊपरी हिस्से में दिक्कतों के आधार पर भी इस समस्या की पहचान की जाती है। क्लिप्पल फेल सिंड्रोम से ग्रसित लोगों को रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगने का खतरा रहता है। कई लोगों में जन्मजात दोषों अथवा किसी अन्य विकार या सिंड्रोम के लक्षण के रूप में भी केएफएस की समस्या हो सकती है।
क्लिप्पल फेल सिंड्रोम के अधिकांश मामलों के कारणों का पता अभी तक नहीं चल सका है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि जीन में उत्परिवर्तन के कारण केएफएस की समस्या हो सकती है। बीमार के लक्षणों, इमेजिंग टेस्ट और नैदानिक परीक्षणों के आधार पर केएफएस का निदान किया जाता है। रोग के आधार पर दवाइयों, सर्जरी अथवा फिजिकल टेस्ट के माध्यम से इसका इलाज किया जाता है।
इस लेख में हम क्लिप्पल फेल सिंड्रोम के लक्षण, कारण और इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।