आंत्र रुकावट क्या है?
एक सामान्य पाचन क्रिया में पचे हुऐ भोजन को करीब 25 फीट या उससे भी लंबी आंत से होकर गुजरना पड़ता है। पाचन क्रिया के बाद अपशिष्ट पदार्थ लगातार गति में रहता है। हालांकि आंत में किसी प्रकार की रुकावट आने से इसकी गति रुक जाती है।
जब आपकी छोटी या बड़ी आंत में किसी कारण से रूकावट आ जाती है, तो इस स्थिति को आंत्र रुकावट रोग कहा जाता है। यह रुकावट आंत के किसी भाग में या पूरी आंत में हो सकती है और इससे आंतों के अंदर से पचा हुआ भोजन बाहर नहीं निकल पाता।
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आंत्र रुकावट के क्या लक्षण होते हैं?
इसके लक्षण व संकेतों में निम्न शामिल हो सकते हैं:
- पेट में मरोड़ के साथ दर्द होना जो बार-बार ठीक होता व फिर से होने लगता है। (और पढ़ें - पेट दर्द का इलाज)
- भूख ना लगना
- कब्ज (और पढ़ें - कब्ज दूर करने के घरेलू उपाय)
- उल्टी आना
- मल या गैस ना निकाल पाना (और पढ़ें - पेट में गैस का इलाज)
- पेट में सूजन आना
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आंत्र रुकावट क्यों होती है?
आंतों में रुकावट पैदा करने वाले कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- आंत के किसी हिस्से में मरोड़ आ जाना, जिससे आंत पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती है और उसके अंदर से कुछ भी गुजर नहीं पाता है।
- आंतों में सूजन व लालिमा आ जाना,
- हर्निया या आंत में स्कार ऊतक (ऊतकों पर खरोंच जैसे निशान) बन जाना, जिससे आंत पूरी तरह से संकुचित हो जाती है। (और पढ़ें - हर्निया का घरेलू उपाय)
- आंत के अंदर किसी असामान्य तरीके से मांस बढ़ना या ट्यूमर विकसित होने से भी आपकी आंतों में रुकावट आ सकती है। (और पढ़ें - ब्रेन ट्यूमर का इलाज)
- आंतों की मांसपेशियों में लकवा मार जाना, यदि आंतों की मांसपेशियां लकवाग्रस्त हो जाती हैं तो वे अपशिष्ट पदार्थों को आगे धकेलने में असमर्थ हो जाती हैं।
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वैसे तो छोटी व बड़ी दोनों आंतों में से किसी में भी हो सकती है, लेकिन आमतौर पर यह छोटी आंत में ही होती है, जिसके कुछ सामान्य कारण हैं:
- क्रोन रोग
- डाईवर्टिक्युलाइटिस
- हर्निया
- कोलन कैंसर
- पेट का कैंसर
- अंडाशय का कैंसर
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आंत्र रुकावट का इलाज कैसे किया जाता है?
यदि आपकी आंतों किसी प्रकार की रुकावट आ गई है, तो इस स्थिति का इलाज करने के लिए आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। इसके इलाज में मुख्य रूप से ऑपरेशन व कुछ अन्य प्रक्रियाएं शामिल हैं, जिनकी मदद से आंतों को खोला जाता है जैसे स्टेंट।
- ऑपरेशन:
यदि आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं, तो सर्जरी के दौरान आपकी आंत में से रुकावट से ग्रस्त हिस्से को निकाल दिया जाता है। (और पढ़ें - सर्जरी से पहले की तैयारी)
- स्टेंट:
जो लोग पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं या बीमार हैं, तो उनकी सर्जरी नहीं की जा सकती। ऐसे लोगों के लिए स्टेंट प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें तारों के जाल से बने एक उपकरण को आंत के अंदर फिट कर दिया जाता है। अंदर फिट होकर ये उपकरण खुल जाता है और आंत के रुके हुऐ भाग को खोल देता है।
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