इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर का इलाज कीमोथेरपी से शुरू होता है. अगर कैंसर अन्य हिस्सों में नहीं फैला है, तो इलाज सर्जरी और रेडिएशन थेरेपी से भी हो सकता है. अगर यह कैंसर अन्य हिस्सों में फैल गया है, तो डॉक्टर कैंसर को कम फैलने के लिए कीमोथेरेपी के साथ साथ अन्य दवाइयों को दे सकते हैं. आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं -
कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी दवाइयों का इस्तेमाल करके कैंसर वाली कोशिकाओं को तेजी से फैलने से रोकती है. कीमोथेरेपी की दवाइयों को नसों में इंजेक्शन या गोली के जरिए पहुंचाया जाता है. इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी की जाती है, जिसे नियोएडजुवेंट थेरेपी (Neoadjuvant Therapy) भी कहते हैं. इसका काम कैंसर को सिकोड़ना और सर्जरी की सफलता दर को बढ़ाना है.
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सर्जरी
कीमोथेरेपी करने के बाद कैंसर वाले ब्रेस्ट के आसपास के लिम्फ नोड्स को हटाने के लिए ऑपरेशन हो सकता है. ब्रेस्ट को निकालने के लिए की जाने वाली सर्जरी को मास्टेक्टॉमी (Mastectomy) कहते हैं. मास्टेक्टॉमी में ब्रेस्ट के सभी टिश्यू को हटाया जाता है, जैसे लोब्यूल, नलिकाएं, फैटी टिश्यू और निप्पल आदि.
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रेडिएशन थेरेपी
रेडिएशन थेरेपी में कैंसर कोशिका को मारने के लिए हाई बीम जैसे एक्स-रे व प्रोटॉन की किरण शामिल है. यह थेरेपी बड़ी मशीनों का इस्तेमाल करके की जाती है.
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हार्मोन थेरेपी
हार्मोन थेरेपी को हार्मोन ब्लॉकिंग थेरेपी भी कहा जाता है, जो ब्रेस्ट कैंसर के लिए की जाती है. आमतौर पर हार्मोन थेरेपी सर्जरी या किसी दूसरे ट्रीटमेंट के बाद की जाती है. इससे कैंसर के दोबारा होने की आशंका कम हो जाती है.
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इम्यूनोथेरेपी
इसमें कुछ खास तरह की दवाएं दी जाती हैं, जो कैंसर से लड़ने में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का उपयोग करती हैं. इसे मुख्य रूप से एडवांस इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर में दिया जाता है.
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