परिचय:
गला बैठना एक आम समस्या होती है, इसमें गले की आवाज असाधारण रूप से बदल जाती है। गला बैठने की समस्या अक्सर गला सूखने या गले में खुजली व जलन जैसी समस्याओं के साथ होती है। गला बैठने का सबसे मुख्य कारण जुकाम या साइनस संक्रमण होता है। ये समस्याएं दो हफ्तों के भीतर अपने आप ठीक हो जाती हैं।
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गला बैठने का की जांच करने के लिए मरीज की पिछली मेडिकल जानकारी ली जाती है और उनका शारीरिक परीक्षण किया जाता है।
गला बैठने से बचाव करने के लिए डॉक्टर धूम्रपान छोड़ने, पेट में जलन (एसिडिटी) पैदा करने वाले खाद्य पदार्थ ना खाने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और अपनी आवाज को कुछ दिनों के लिए आराम देने की सलाह देते हैं। गला बैठने का इलाज करने के लिए इसका कारण बनने वाली समस्याओं का पता लगा कर उनका इलाज किया जाता है। इसके अलावा गले की सफाई रखना, गले से संबंधित किसी विशेष समस्या का अलग से उपचार करना और वॉइस थेरेपी आदि भी गला बैठने के इलाज में शामिल हो सकते हैं।
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यदि गला बैठने का इलाज ना किया जाए तो इससे गले में गंभीर संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा गला बैठने से आवाज कम होना और बलगम वाली खांसी होने जैसी समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं।
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