सिर और गले का कैंसर क्या है?
इंसान के शरीर के सिर और गर्दन में कई शामिल होते हैं जैसे- मुंह, नाक, मस्तिष्क, लार ग्रंथि, साइनस, कंठ और लिम्फ नोड्स या लसीका पर्व। लिहाजा सिर और गले के इन अंगों में होने वाला कैंसर, छठा सबसे कॉमन प्रकार है कैंसर है जो दुनियाभर के कुल कैंसर मामलों के 6 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार है। इनमें भी कैंसर से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला हिस्सा है मुंह और अधिक उम्र के पुरुषों में इस तरह का कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है।
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जो कैंसर का एक समूह आपके गले, स्वर यंत्र, नाक, साइनस या मुंह में या उसके आसपास के हिस्से में शुरू होता है उसे सिर और गले का कैंसर कहते हैं। आमतौर पर, यह शरीर के अंगों की कोशिकाओं की सतह पर शुरू होता है। डॉक्टर इसे स्क्वैमस कोशिकाएं कहते हैं। सिर और गर्दन के कैंसर के 5 मुख्य प्रकार हैं-
- ओरल कैविटी- इसमें शामिल है होंठ, जीभ का आगे का दो-तिहाई हिस्सा, मसूड़े, गाल और होंठ के अंदर की परत, जीभ के नीचे मौजूद मुंह का हिस्सा, मुंह के अंदर ऊपर की तरफ मौजूद तालू, अक्ल दाड़ यानी विज्डम टीथ के पीछे मौजूद मसूड़े का छोटा सा हिस्सा।
- फैरिंग्स- फैरिंग्स या कंठ करीब 5 इंच लंबी खोखली नली है जो नाक के पीछे से शुरू होती है और भोजन नलिका तक जाती है। इसके 3 हिस्से हैं- नेजोफैरिंग्स, ऑरोफैरिंग्स और हाइपोफैरिंग्स।
- लैरिंग्स- इसे वॉयसबॉक्स या स्वर यंत्र भी कहते हैं और यह एक छोटा सा रास्ता है जो नरम हड्डियों से बना है और गले में फैरिंग्स के ठीक नीचे होता है। लैरिंग्स में वोकल कॉर्ड्स होते हैं और साथ ही इसमें टीशू का छोटा सा टुकड़ा भी होता है जिसे एपिग्लॉटिस या कंठच्छेद कहते हैं। यह लैरिंग्स को कवर करके रखता है ताकि वायु मार्ग में खाना न पहुंच जाए।
- नेजल कैविटी और पैरानेजल साइनस- नाक के आसपास मौजूद सिर की हड्डियों के अंदर मौजूद खोखली जगह को पैरानेजल साइनस कहते हैं। नेजल कैविटी नाक के अंदर मौजूद खाली जगह को कहते हैं।
- लार ग्रंथि या सलाइवरी ग्लैंड्स- मुंह में जबड़े के पास नीचे के हिस्से में मौजूद होती है लार ग्रंथि जिसका काम है मुंह में लार बनाना।
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ब्रेन यानी मस्तिष्क का कैंसर, आंखों का कैंसर, भोजन नलिका का कैंसर, थाइरॉयड ग्रंथि का कैंसर, सिर के स्कैल्प, स्किन, मांसपेशियों और हड्डियों के कैंसर को सिर और गले का कैंसर के तौर पर वर्गीकृत नहीं किया जाता। कई बार कैंसरयुक्त स्क्वैमस कोशिकाएं गले के ऊपरी हिस्से में मौजूद लसीका पर्व में भी पायी जाती हैं।