ग्लूटेन एलर्जी - Gluten allergy in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

January 17, 2022

December 20, 2023

ग्लूटेन एलर्जी
ग्लूटेन एलर्जी

ग्लूटेन एलर्जी एक सामान्य समस्या है, जिसकी वजह से आपका इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है. ग्लूटेन एक प्रोटीन है, जो गेहूं, राई, जौ और सूजी जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है. इस प्रोटीन से होने वाली एलर्जी को ग्लूटेन एलर्जी कहा जाता है.

ग्लूटेन एलर्जी के कई स्वरूप हैं, जिसमें सीलिएक रोग, गैर-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता और गेहूं एलर्जी प्रमुख रूप से शामिल हैं. इन तीनों स्वरूपों में काफी गंभीर लक्षण दिख सकते हैं, जैसे- पेट में दर्द, उल्टी, दांतों से खून आना, स्किन पर रैशेज इत्यादि. ग्लूटेन एलर्जी का इलाज उसके कारण, लक्षण और गंभीरता के आधार पर किया जाता है.

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आज हम इस लेख में ग्लूटेन एलर्जी के लक्षण, कारण, इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे.

ग्लूटेन एलर्जी के लक्षण - Gluten Allergy Symptoms in Hindi

ग्लूटेन एलर्जी के स्वरूपों के आधार पर इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. आइए विस्तार से जानते हैं इसके लक्षणों के बारे में-

सीलिएक रोग के लक्षण : यह ग्लूटेन एलर्जी का सबसे गंभीर रूप है. यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो लगभग 1% आबादी को प्रभावित करती है. इसकी वजह से आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है. सीलिएक रोग से प्रभावित होने पर आपको निम्न लक्षण दिख सकते हैं-

नॉन-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता के लक्षण : यह ग्लूटेन से संबंधित स्थिति के लिए बढ़ते प्रमाण हो सकते हैं. इस स्थिति से प्रभावित मरीजों के शरीर में ग्लूटेन एलर्जी के लक्षण दिखते तो हैं, लेकिन परीक्षण करने पर परिणाम नहीं आते. शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी इस तरह की परेशानी में अधिक रिसर्च की आवश्यकता है-

गेहूं की एलर्जी के लक्षण : गेहूं संयुक्त राज्य अमेरिका में शीर्ष आठ खाद्य एलर्जी कारकों में से एक है. गेहूं की एलर्जी गेहूं में मौजूद किसी भी प्रोटीन के लिए एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है, जिसमें ग्लूटेन भी शामिल है, लेकिन यह इन्हीं तक सीमित नहीं है. यह बच्चों में सबसे आम है. गेहूं से एलर्जी वाले लगभग 65 प्रतिशत बच्चे 12 साल की उम्र तक इससे प्रभावित रहते हैं. गेहूं की एलर्जी से संबंधित लक्षण आमतौर पर गेहूं का सेवन करने के कुछ मिनटों के भीतर शुरू हो जाते हैं. हालांकि, कुछ घंटों बाद भी इसके लक्षण दिख सकते हैं-

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ग्लूटेन एलर्जी के कारण - Gluten Allergy Causes in Hindi

ग्लूटेन एलर्जी के कारण उसके स्वरूपों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

सीलिएक रोग के कारण : सीलिएक रोग किन कारणों से होता है. इस पर अभी और अधिक रिसर्च की आवश्यकता है, लेकिन कुछ ऐसे बिंदु हैं, जिसके कारण सीलिएक रोग की समस्या बढ़ सकती है. जैसे-

  • आनुवंशिक
  • ग्लूटेन का सेवन
  • शरीर में पोषक तत्वों का सही से अवशोषण न होना
  • ऑटो इम्यून डिजीज
  • टाइप-1 डायबिटीज इत्यादि

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गेहूं से एलर्जी के कारण : गेहूं से एलर्जी एक प्रतिरक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया है. इसमें एलर्जी की प्रतिक्रिया तब होती है, जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छे पदार्थों पर हमला करने लगती है. गेहूं एलर्जी से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में जब गेहूं का प्रोटीन या कार्बोहाइड्रेट शरीर में प्रवेश करता है, जो हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम उसे हानिकारक रोगाणु समझकर उस पर हमला कर देता है. गेहूं से एलर्जी की प्रतिक्रिया में इम्युनोग्लोबुलिन एंटीबॉडी शामिल हैं, जो गेहूं में निम्नलिखित प्रोटीनों में से कम से कम एक पर प्रतिक्रिया करते हैं-

  • एल्बुमिन
  • ग्लोबुलिन
  • ग्लीडेन
  • ग्लूटेनिन या ग्लूटेन

कुछ लोगों को गेहूं में मौजूद केवल एक प्रोटीन से एलर्जी हो सकती है. वहीं, कुछ लोगों को दो या दो से अधिक प्रोटीन से एलर्जी हो सकती है.

नॉन-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता के कारण : नॉन-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता किन कारणों से होता है, इसके बारे में अभी स्पष्ट रूप से कहना मुश्किल है. हालांकि, ग्लूटेन युक्त अनाज में मौजूद ग्लूटेन, अन्य प्रोटीन और FOODMAPS की प्रतिक्रिया के परिणाम स्वरूप शरीर में इसके लक्षण दिख सकते हैं. फिलहाल इस पर और अधिक रिसर्च की आवश्यकता है.

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ग्लूटेन एलर्जी का उपचार - Gluten Allergy Treatment in Hindi

ग्लूटेन एलर्जी में डॉक्टर सबसे पहले ग्लूटेन फ्री आहार खाने की सलाह देते हैं. वहीं, एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए कह सकते हैं, जिसमें आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज, शराब और धूम्रपान का त्याग और हेल्दी डाइट लेने की सलाह दे सकते हैं. इसके अलावा, शरीर में ग्लूटेन एलर्जी के लक्षण दिखने पर उसके स्वरूपों के आधार पर इसका इलाज किया जाता है. आइए जानते हैं इस बारे में-

गेहूं की एलर्जी का इलाज : गेहूं की एलर्जी का सबसे अच्छा इलाज गेहूं के प्रोटीन से बचना है. यह मुश्किल हो सकता है, क्योंकि अधिकतर खाद्य पदार्थों में गेहूं होता है. इसलिए, खाद्य पदार्थों में गेहूं के प्रोटीन की जांच करना महत्वपूर्ण है.

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इसके अलावा, अगर आप गेहूं से युक्त आहार के सेवन कर रहे हैं, तो एंटीहिस्टामाइन का सेवन करें. किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा गतिविधि को कम करने में एंटीहिस्टामाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह एलर्जी के लक्षणों को खत्म या कम कर सकते हैं. किसी भी गेहूं से युक्त आहार का सेवन करने के बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं. इससे एलर्जी के लक्षण कम नजर आते हैं. बस ध्यान रखें कि डॉक्टर की सलाह पर ही एंटीहिस्टामाइन का सेवन करें. इसके अलावा, एपिनेफ्रीन और एड्रेनालाइन जैसी दवाइयों का भी सेवन किया जा सकता है.

वहीं, गंभीर लक्षण दिखने पर आपातकाल में आप एनाफिलेक्सिस का इस्तेमाल कर सकते हैं. बस, ध्यान रखें कि बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के इन दवाइयों का सेवन न करें.

सीलिएक रोग का इलाज : सीलिएक रोग से बचने के लिए सबसे पहले ग्लूटेन फ्री आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा, कुछ दवाइयों का भी इस्तेमाल करने के लिए भी कहा जा सकता है, जिसमें प्रेडनिसोलोन भी शामिल है. हालांकि, इन दवाइयों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

नॉन-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता का इलाज : इस समस्या का इलाज मरीज के लक्षणों और कारणों के आधार पर किया जाता है. साथ ही डॉक्टर भोजन और लाइफस्टाइल में बदलाव करने की भी सलाह दे सकते हैं.

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ग्लूटेन एलर्जी में परहेज़ - What to avoid during Gluten Allergy in Hindi?

ग्लूटेन एलर्जी आपको मसालेदार खाना, सॉस, सूप इत्यादि से परहेज करने की आवश्यकता होती है. गेहूं, जौ और राई में ग्लूटेन होता है, जो निम्न चीजों में मौजूद हो सकता है.

  • ब्रेड
  • कुकीज और बिस्कुट
  • पास्ता
  • सूजी आधारित उत्पाद

ग्लूटेन उन उत्पादों में भी हो सकता है, जो मुख्य रूप से अनाज आधारित नहीं हैं. जैसे-

  • मसाले
  • सॉस
  • सूप
  • डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ इत्यादि

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ग्लूटेन एलर्जी में क्या खाना चाहिए? - What to eat during Gluten Allergy in Hindi?

ग्लूटेन एलर्जी से बचने के लिए डॉक्टर आपको सबसे पहले ग्लूटेन युक्त आहार न खाने की सलाह देते हैं. गेहूं, सूजी या फिर अन्य ग्लूटेन युक्त आहार के बजाय आप अपने डाइट में क्विनोआ, मक्काचावल जैसे कुछ अन्य अनाज को शामिल कर सकते हैं. आइए जानते हैं कुछ अन्य ग्लूटेन फ्री आहार के बारे में -

सारांश – Summary

ग्लूटेन एलर्जी के कई स्वरूप हो सकते हैं. इसमें सीलिएक रोग और गेहूं से एलर्जी होना प्रमुख है. इसके कारण आपको पेट दर्द, मतली, उल्टी, सांस लेने में परेशानी हो सकती है. ऐसी स्थिति में आपको ग्लूटेन फ्री आहार खाने की आवश्यकता है. इतना ही नहीं, ग्लूटेन एलर्जी होने पर मसालेदार और डिब्बाबंद आहार का सेवन करने से भी बचें. वहीं, अगर आपके शरीर में ग्लूटेन एलर्जी के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. अपने अनुसार किसी भी दवा का सेवन न करें.

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