गैंसर सिंड्रोम - Ganser Syndrome in Hindi

Dr. Omar Afroz (AIIMS)BVSc

December 08, 2020

December 08, 2020

गैंसर सिंड्रोम
गैंसर सिंड्रोम

गैंसर सिंड्रोम एक दुर्लभ प्रकार की स्थिति है, जिसमें व्यक्ति जानबूझकर और सचेत रूप से ऐसे कार्य करता है जैसे कि उसे कोई शारीरिक या मानसिक बीमारी हो, जबकि वास्तव में वह बीमार नहीं होते हैं। गैंसर सिंड्रोम वाले लोग ऐसे लोगों के व्यवहार की नकल करते हैं, जिन्हें मानसिक बीमारी (जैसे सिजोफ्रेनिया) हो।

इस सिंड्रोम को कभी-कभी "प्रिजन साइकोसिस" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि सबसे पहले यह बीमारी कैदियों में देखने को मिली थी।

गैंसर सिंड्रोम की पहचान सबसे पहले 1897 में 4 कैदियों में की गई थी। शुरू में, इसे दुर्लभ माना जाता था क्योंकि यह मुख्यतः फोरेंसिक सेटिंग्स में होता था। यही वजह है कि इसे प्रिजन साइकोसिस कहा जाने लगा। लेकिन बाद में ऐसे मामलों को गैर-फोरेंसिक सेटिंग्स में बार-बार रिपोर्ट किया जाने लगा। इस विकार को पहले एक फैक्टीशियस डिसऑर्डर के रूप में वर्गीकृत किया गया था, लेकिन वर्तमान में डिएसोसिएटिव डिसऑर्डर माना जाता है।

दरअसल फैक्टीशियस डिसऑर्डर को तकनीकी रूप से मानसिक बीमारी माना जाता है, क्योंकि गंभीर रूप से भावनाओं से जुड़ी कठिनाइयों से जुड़ा है।

गैंसर सिंड्रोम के संकेत और लक्षण क्या हैं? Ganser syndrome symptoms in hindi

गैंसर सिंड्रोम से ग्रस्त लोगों में व्यवहार कुछ देर के लिए (शॉर्ट टर्म एपिसोड) थोड़ा अजीब हो सकता है। यह दिखने में ऐसा लग सकता है जैसे व्यक्ति गंभीर रूप से किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित हो। एपिसोड के दौरान यह लोग भ्रमित दिखाई दे सकते हैं, बेतुकी बातें कर सकते हैं और हल्लुसिनेशन की रिपोर्ट कर सकते हैं, जिसका मतलब है कि कुछ ऐसा अनुभव करना जो वास्तविक में न हो। गैंसर सिंड्रोम के सामान्य लक्षणों में वोर्बीरेडेन शामिल है, जिसमें सवालों का जवाब ठीक से देने में व्यक्ति असमर्थ हो जाता है। इसमें अक्सर व्यक्ति सरल सवालों का भी बकवास जवाब देता है। इसके अलावा, इस स्थिति से ग्रस्त व्यक्ति में शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे शरीर के किसी अंग में मूवमेंट करना। इस स्थिति को 'हिस्टेरिकल पैरालिसि​स' कहा जाता है।

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गैंसर सिंड्रोम का कारण क्या है? Ganser syndrome causes in hindi

इस असामान्य विकार के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह अत्यधिक तनाव के प्रति प्रतिक्रिया हो सकती है। एक अन्य कारक जो गैंसर सिंड्रोम का कारण हो सकता है वह है जिम्मेदारी से बचने की इच्छा। हालांकि, कुछ शारीरिक समस्याएं भी हैं जो गैंसर सिंड्रोम के लक्षण पैदा कर सकती हैं। इनमें शराब का सेवन करना, सिर में चोट और स्ट्रोक शामिल हैं।

इस स्थिति वाले अधिकांश लोगों में एक व्यक्तित्व विकार भी होता है, आमतौर पर असामाजिक व्यक्तित्व विकार या हिस्ट्रिओनिक व्यक्तित्व विकार पाया जाता है। असामाजिक व्यक्तित्व विकार के लक्षणों में गैर जिम्मेदार होना शामिल है, जिसमें अक्सर दूसरों की उपेक्षा करना और समाज के नियमों का पालन करने में असमर्थता शामिल है। असामाजिक व्यक्तित्व विकार वाले लोगों को कभी-कभी "सोशियोपैथ्स" या "साइकोपैथ्स" कहा जाता है।

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गैंसर सिंड्रोम का निदान कैसे किया जाता है? Ganser Syndrome Diagnosis in hindi

गैंसर सिंड्रोम का निदान करना चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि लोग यह न केवल दुर्लभ है बल्कि इसके लक्षण जानबूझ कर प्रकट किए जा सकते हैं। इसके अलावा, डॉक्टर संभावित शारीरिक समस्याओं जैसे कि स्ट्रोक या सिर की चोट का भी पता लगा सकते हैं।

यदि चिकित्सक को लक्षणों का कोई भौतिक कारण नहीं मिलता है, तो वे पीड़ित को ऐसे मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के पास जाने का सुझाव दे सकते हैं, जो विशेष रूप से मानसिक बीमारियों के निदान और उपचार के लिए प्रशिक्षित हैं। मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक विशेष रूप से तैयार किया गया साक्षात्कार करते हैं, ताकि फैक्टीशियस डिसऑर्डर का मूल्यांकन किया जा सके। इसके अलावा डॉक्टर निदान के लिए मरीज के रवैये (एटीट्यूड) और व्यवहार का अवलोकन करते हैं।

गैंसर सिंड्रोम का इलाज कैसे किया जाता है? Ganser Syndrome treatment in hindi

गैंसर सिंड्रोम के लक्षण कब और कैसे व कितने दिन में दूर हो सकते हैं, इस बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि गैंसर सिंड्रोम वाले लोग अक्सर नकली लक्षणों को पेश करते हैं। हालांकि, सपोर्टिव साइकोथेरेपी की मदद ली जा सकती है। यह एक तरह की काउंसलिंग होती है। इसमें दवाइयों का उपयोग तब तक नहीं किया जाता है, जब तक कि व्यक्ति अवसाद, चिंता या साइकोसिस के लक्षणों से न जूझ रहा हो। इसके अलावा फैमिली थेरेपी का भी प्रयोग किया जा सकता है।

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