फ्रंटोफेशियोनेजल डिसप्लेसिया क्या है?
फ्रंटोफेशियोनेजल डिसप्लेसिया एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार है जिसकी पहचान जन्म के समय (जन्मजात बीमारी) होती है। इस डिसऑर्डर के दौरान मुख्य रूप से सिर, चेहरा (क्रैनियोफेशियल) और आंख (ओकुलर) की विकृतियों और उनके सही तरीके से विकसित न होने संबंधी शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं। क्रैनियोफेशियल विकृतियों में शामिल है- सिर का आकार असामान्य रूप से छोटा लेकिन चौड़ा होना (ब्रैकीसेफली), मुंह का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से बंद नहीं होना (फांक तालु), ऊपरी होंठ में एक असामान्य लाइन या कट होना (फांक होंठ) और नथुने की विकृति के साथ नाक का अविकसित (हाइपोप्लासिया) होना। इसके अलावा पीड़ित शिशुओं में ऊपरी और निचली पलकों के बीच मौजूद जगह में त्वचा का असामान्य रूप से मुड़ना (ब्लेफैरोफिमोसिस) और आंखों के बीच असामान्य रूप से अधिक दूरी होना जैसी दिक्कतें भी देखने को मिलती हैं।
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