फ्रेजर सिंड्रोम एक दुर्लभ आनुवांशिक विकार है, जिसमें फ्यूज्ड आइलिड (पलकों का चिपकना), हाथ-पैर की उंगलियों का आपस में फ्यूज होना यानी चिपकना और जननांग व मूत्र पथ में असामान्यताएं जैसी दिक्कते हो सकती हैं। यह दिक्कतें जन्म से पहले भ्रूण के विकास के दौरान ही शरीर में होने लगती हैं। हालांकि इसमें अन्य ऊतक और अंग भी प्रभावित हो सकते हैं।
वैसे फ्रेजर सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में क्रिप्टोफैथमस सबसे कॉमन असामान्यता है। यह एक दुर्लभ जन्मजात अनियमितता है जिसमें आंखो के ऊपर स्थायी रूप से त्वचा आ जाती है जिसकी वजह से पलकें नहीं होती हैं। कुछ मामलों में सिर्फ एक आंख ही त्वचा से इस तरह से ढकी रहती है या हो सकता है कि दोनों आंखें आंशिक रूप से त्वचा से ढकी रहें।
आंखों से जुड़ी ये असामान्यताएं आमतौर पर फ्रेजर सिंड्रोम से पीड़ित शिशुओं में नेत्र समस्याओं या अंधेपन का कारण बनती हैं। प्रभावित व्यक्तियों में आंख के असामान्य विकास से संबंधित अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें भौंह पलकों का विकास ना होना शामिल है।
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