फोलिक्युलाईटिस क्या है?
फोलिक्युलाईटिस एक प्रकार से त्वचा संबंधी समस्या है, जिसमें बालों की रोम में सूजन आ जाती है। यह आमतौर बैक्टीरियल या फंगल इन्फेक्शन के कारण होती है। इस बीमारी की शुरुआता में बालों की रोम के आसपास छोटे लाल रंग के दाने या सफेद पस वाले मुंहासे होने लगते हैं। यह संक्रमण फैलने लगता है और इससे ठीक न होने वाले पपड़ीदार छाले बनने लगते हैं। इस स्थिति से आपकी जान को खतरा तो नहीं होता, लेकिन इसमें खुजली व दर्द होता है और देखने में अजीब सा लग सकता है। गंभीर इन्फेक्शन के वजह से रोगी के बाल स्थायी रूप से टूटने और उसके शरीर में दाग-धब्बे हो जाते हैं।
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फोलिक्युलाईटिस के लक्ष्ण क्या है?
फोलिक्युलाईटिस के लक्ष्ण उसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करते हैं। आपको इस बीमारी में कई छोटे लाल दाने जैसे मुहांसे जिसमें सफेद पस होता है, दिख सकते हैं। इसके अलावा छाले जो खुल जाते हैं उनमें से पस निकल सकता है और फिर बाद में वो पपड़ीदार हो जाते हैं। त्वचा के इन क्षेत्रों में खुजली, सूजन और दर्द भी हो सकता है।
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फोलिक्युलाईटिस क्यों होते हैं?
फोलिक्युलाईटिस अक्सर स्टेफीलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण की वजह से होता है। फोलिक्युलाईटिस वायरस और फंगी के कारण भी होता है। साथ ही बालों की रोम हथेलियों, होंठो और श्लेषमा ग्रंथि को छोड़कर सिर की त्वचा व पूरे शरीर में होते हैं।
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फोलिक्युलाईटिस का इलाज कैसे होता है?
फोलिक्युलाईटिस जिसका असर बेहद कम होता है वो बिना किसी इलाज के ठीक हो जाता है। इसके लक्षणों को कम करने के लिए आप इलाज में प्रभावित क्षेत्र को गुनगुने पानी और एंटीबैक्टीरियल साबुन से साफ कर सकते हैं। नमक के पानी को भी आप प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। अगर घरेलू उपायों से आपको फर्क नहीं पड़ता है, तो डॉक्टर आपको प्रभावित क्षेत्र पर लगाने के लिए एंटीबायोटिक क्रीम देंगे (अगर उसे लगता है कि फोलिक्युलाईटिस बैक्टीरिया के कारण हुआ है तो), साथ ही फोलिक्युलाईटिस अगर किसी फंगस से होता है तो डॉक्टर आपको एंटीफंगल क्रीम, शैम्पू या दवाइयां भी दे सकते हैं।
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