फोकल डर्मल हाइपोप्लासिया क्या है?
फोकल डर्मल हाइपोप्लासिया (एफडीएच) एक आनुवंशिक विकार है जिसे गोल्ट्ज सिंड्रोम के रूप में भी जाना जाता है। यह बीमारी विशेष रूप से त्वचा, कंकाल, आंख और चेहरे को प्रभावित करती है। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बीमारी से पीड़ित लगभग 90 प्रतिशत मरीज महिलाएं होती हैं। वहीं, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में फोकल डर्मल हाइपोप्लासिया के लक्षण बेहद हल्के होते हैं। वैसे तो इस बीमारी में बुद्धिमत्ता आमतौर पर प्रभावित नहीं होती, लेकिन कुछ लोगों में बौद्धिक विकलांगता देखने को मिलती है।
दरअसल यह एक प्रकार का एक्टोडर्मल डिसप्लेसिया है, मतलब आनुवंशिक विकारों का एक समूह है जिसके कारण बाल, दांत, नाखूनों और ग्रंथियों के असामान्य रूप से विकसित होने की समस्या आती है। इस स्थिति में त्वचा की असामान्यताओं से जुड़ी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं जो शरीर के विभिन्न हिस्सों पर ट्यूमर जैसी गांठ की लकीरों या रेखाओं में विकसित होती हैं।
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