आई फ्लोटर्स (दृष्टि में तैरते हुए धब्बे) - Eye floaters in Hindi

Dr. Ajay Mohan (AIIMS)MBBS

October 19, 2020

December 16, 2023

आई फ्लोटर्स
आई फ्लोटर्स

आई फ्लोटर्स, गहरे छायादार आकार या धब्बे (डॉट्स, टेढ़ी-मेढ़ी लाइन्स या मकड़ा) हैं जो आपकी दृष्टि क्षेत्र में दिखाई देते हैं। आई फ्लोटर्स को उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का एक सामान्य हिस्सा माना जाता है। अधिकांश वयस्कों की दृष्टि में कम से कम एक या कुछ फ्लोटर्स जरूर होते हैं और इस स्थिति के लिए किसी तरह के उपचार की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, कभी-कभी, फ्लोटर्स किसी स्वास्थ्य स्थिति या बीमारी का संकेत हो सकता है। निकट दृष्टि दोष (मायोपिया), आंखों की चोट, डायबिटीज और रेटिनल आंसू ,आंखों के फ्लोटर्स के कुछ संभावित कारण हो सकते हैं। यदि आई फ्लोटर्स यानी दृष्टि में तैरते धब्बों की समस्या अचानक ज्यादा खराब हो जाए तो उचित चिकित्सीय मदद प्राप्त करना महत्वपूर्ण हो जाता है।

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आई फ्लोटर्स क्या हैं? - What are eye floaters?

आई फ्लोटर्स आपकी दृष्टि में तैरने वाले अलग-अलग आकार और नाप के बेहद छोटे धब्बे या छींटे होते हैं, जिन्हें आप अपनी आंखों के सामने उस वक्त देख सकते हैं जब आप किसी चमकदार चीज को या फिर किसी ऐसी चीज को देखते हैं जो किसी चीज की छाया में चमक रही हो, जैसे- स्क्रीन, आकाश या किताब आदि। वे धब्बे या छींटे आपकी आंखों की सतह पर मौजूद नहीं होते हैं, लेकिन उसके अंदर होते हैं, विशेष रूप से विट्रीस ह्यूमर के अंदर। विट्रीस ह्यूमर एक पारदर्शी जेली जैसा पदार्थ है जो रेटिना और आंखों के लेंस के बीच मौजूद होता है।

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रेटिना आंख की पिछली दीवार में मौजूद एक पतली सी फिल्म होती है। इस रेटिना में खास तरह की कोशिकाएं मौजूद होती हैं, जिन्हें रॉड्स और कोन्स कहा जाता है जो आपको अलग-अलग रंग, आकार और पैटर्न को देखने और समझने में मदद करती हैं। आपकी आंखों का लेंस रेटिना पर रोशनी को फोकस करता है और फिर रॉड्स और कोन्स आपके मस्तिष्क को संकेत भेजते हैं, फिर मस्तिष्क उसकी व्याख्या करता है और आपको बताता है कि आप क्या देख रहे हैं। चूंकि फ्लोटर्स या दृष्टि में तैरते हुए धब्बे विट्रीस ह्यूमर में मौजूद होते हैं इसलिए वे आपके दृष्टि के क्षेत्र में छाया के रूप में दिखाई देते हैं।

आई फ्लोटर्स के लक्षण - Eye floaters Symptoms in Hindi

आई फ्लोटर्स अलग-अलग आकार और साइज के हो सकते हैं जैसे :

  • डॉट या बिंदी का आकार
  • धागे का आकार
  • बबल्स सा बुलबुले का आकार
  • मकड़ी के जाले जैसा आकार
  • टेढ़ी-मेढ़ी लाइन्स

आई फ्लोटर्स परिधीय (किनारों पर) हो सकते हैं या फिर आपकी दृष्टि के केंद्र में। जब आप अपनी आंखें घुमाते हैं या उन धब्बों को देखने की कोशिश करते हैं तो फ्लोटर्स आमतौर पर खत्म हो जाते हैं या नजर नहीं आते। अन्यथा, वे आपकी आंखों के सामने आकर बार-बार तैरते रहते हैं।

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आई फ्लोटर्स का कारण - Eye floaters Causes in Hindi

आई फ्लोटर्स को व्यक्ति के उम्र बढ़ने के साथ होने वाली एक प्राकृतिक घटना के तौर पर देखा जा सकता है। इसका कारण यह है कि विट्रीस ह्यूमर उम्र बढ़ने के साथ ही धीरे-धीरे विकृत होने लगता है और साथ ही रेटिना से अलग भी होने लगता है। हालांकि, आई फ्लोटर्स की समस्या निम्नलिखिति स्थितियों के कारण भी हो सकती है :

  • आंखों में रक्तस्राव
  • आंखों में चोट लगना या आंखों का संक्रमण
  • पॉस्टिअर यूवाइटिस : यूवी (uvea आंख का मध्य भाग, श्वेतपटल के ठीक नीचे) में इन्फ्लेमेशन (सूजन और जलन)
  • रेटिना से निकलने वाले आंसू (जेल जैसा चिपचिपा पदार्थ विट्रीस ह्यूमर के रेटिना से अलग होने या आंखों में किसी तरह का आघात होने के कारण ऐसा होता है)
  • आंख के पीछे से रेटिना का अलग होना
  • आंखों से जुड़ी दवाइयों का साइड इफेक्ट

आई फ्लोटर्स बिना किसी स्पष्ट कारण के भी हो सकते हैं।

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आई फ्लोटर्स से बचाव के उपाय - Prevention of Eye floaters in Hindi

वैसे तो दृष्टि के बीच में आने वाले धब्बों (आई फ्लोटर्स) को पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है, लेकिन आंखों की अच्छी सेहत को बनाए रखकर आप इन फ्लोटर्स के विकसित होने के जोखिम को जरूर कम कर सकते हैं। यहां हम आपको कुछ संकेत बता रहे हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं :

  • स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन करें और फिट रहने के लिए अपनी दैनिक दिनचर्या में नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि को शामिल करें।
  • आंखों की नियमित जांच करवाएं
  • अपनी आंखों पर बेवजह ज्यादा दबाव या जोर न डालें
  • धूम्रपान की आदत छोड़ें
  • अगर आपको रोजाना स्क्रीन के सामने बहुत ज्यादा समय बिताना पड़ता हो तो अपनी आंखों को बीच-बीच में कुछ समय के लिए आराम दें। विशेषज्ञों की सलाह है कि आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए ऐसे लोगों को 20-20-20 का फॉर्मूला अपना चाहिए। यानी हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट की दूरी पर किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करें।
  • जब भी आप कभी घर से बाहर जाते हैं तो अपनी आंखों को सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से सुरक्षित रखने के लिए धूप का चश्मा जरूर लगाएं
  • कॉन्टेक्ट लेंस लगाने या हटाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं और साफ कर लें, ऐसा करने से भी संक्रमण का खतरा कम होगा (और पढ़ें- आंखों की चमक बढ़ाने के लिए क्या करें)

आई फ्लोटर्स का निदान - Diagnosis of Eye floaters in Hindi

अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से आई फ्लोटर्स की समस्या है, लेकिन इसकी वजह से आपकी दृष्टि प्रभावित नहीं हो रही है और यह समस्या और ज्यादा बदतर नहीं हो रही है तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए अगर :

  • आपको फ्लोटर्स के साथ-साथ आंखों में दर्द भी होने लगे (और पढ़ें- आंखों में दर्द का घरेलू उपाय)
  • फ्लोटर्स अचानक बढ़ जाएं या स्थिति बदतर होने लगे
  • इन धब्बों या फ्लोटर्स के साथ ही आपकी दृष्टि धुंधली भी होने लगे
  • आंखों की सर्जरी कराने के ठीक बाद भी फ्लोटर्स हो सकते हैं
  • आपको अपनी दृष्टि के क्षेत्र में एक गहरा पर्दा जैसा दिख रहा हो
  • आपको अपनी दृष्टि के क्षेत्र में तेज चमकती हुई रोशनी नजर आए

डॉक्टर किसी भी अंतर्निहित स्थिति की पहचान करने के लिए आपकी आंखों की पूरी तरह से जांच करेंगे विशेष रूप से रेटिना और विट्रीस ह्यूमर की, ताकि पता लगाया जा सके कि आपके रेटिना में कोई नुकसान या कोई और समस्या तो नहीं है। इसके अलावा आपकी स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए डॉक्टर आपसे कुछ सवाल भी पूछ सकते हैं :

  • आपकी आंखों में या दृष्टि में फ्लोटर्स आने की समस्या कब से हो रही है?
  • क्या आपको डायबिटीज या ऑटोइम्यून बीमारी है?
  • क्या फ्लोटर्स की समस्या दोनों में से किसी एक आंख में बहुत ज्यादा या बदतर है?
  • क्या आपकी हाल ही में आंखों की सर्जरी हुई है?
  • क्या आपको आंखों में किसी तरह की चोट या आघात लगा है?
  • क्या आपको अपनी दृष्टि के सामने एक पर्दा जैसा दिखाई देता है?
  • क्या आपकी ये फ्लोटर्स (दृष्टि में धब्बे) आने की समस्या बिगड़ रही है?

अगर आपको फ्लोटर्स की समस्या है तो नियमित रूप से आई स्पेशलिस्ट से अपनी आंखों की जांच करवाएं, ताकि डॉक्टर आपके विट्रीस ह्यूमर पर नजर रख सकें और अगर आपकी आंखों में किसी भी तरह की समस्या के कोई लक्षण दिखते हैं, तो वह उचित उपचार तुरंत शुरू कर सकें।

(और पढ़ें - आंखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू उपाय, क्या खाना चाहिए)

आई फ्लोटर्स का उपचार - Eye floaters Treatment in Hindi

आई फ्लोटर्स या दृष्टि में धब्बे आने की समस्या जो उम्र बढ़ने के साथ होती है, अगर इसके कारण आपको दृष्टि से जुड़ी कोई समस्या नहीं हो रही है तो आपको किसी तरह के इलाज की आवश्यकता नहीं है। लेकिन अगर आपके फ्लोटर्स की समस्या डायबिटीज, आई इन्फ्लेमेशन जैसी किसी स्वास्थ्य स्थिति के कारण होती है तो आपके डॉक्टर पहले उस कारण का इलाज करेंगे, जिसकी वजह से फ्लोटर्स हो रहे हैं।

फ्लोटर्स के कारण अगर मरीज को दृष्टि संबंधित समस्या हो रही हो और उसके रोजमर्रा के जीवन से जुड़े कार्यों में बाधा उत्पन्न होने की स्थिति पैदा हो जाए तो इसके लिए विट्रेक्टोमी नाम की सर्जरी की सिफारिश की जाती है। इस प्रक्रिया में, सर्जन विट्रीस ह्यूमर को हटा देते हैं और उसे एक, दूसरे तरल पदार्थ जैसे- सलाइन या सिलिकॉन ऑइल से बदल देते हैं। हालांकि, शल्य चिकित्सा में बहुत सारे जोखिम होते हैं, जिसमें दृष्टि दोष के विकास में वृद्धि होना जैसे- मायोपिया या हाइपरमेट्रोपिया, मोतियाबिंद, आंखों की गतिविधि से जुड़ी समस्या और रेटिना का अलग होना जैसी दिक्कतें शामिल हैं।

(और पढ़ें- मोतियाबिंद की होम्योपैथिक दवा और इलाज)

कभी-कभी फ्लोटर्स के आकार को कम करने या उन्हें पूरी तरह से हटाने के लिए, विट्रेओलिसिस नामक एक लेजर उपचार का उपयोग भी किया जाता है। इस प्रक्रिया को 2 से 3 सिटिंग में पूरा किया जाता है और हर सिटिंग में करीब 1 घंटे का समय लगता है। विट्रेओलिसिस लेजर ट्रीटमेंट के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हैं जैसे- आंखों में दबाव बढ़ना और मोतियाबिंद आदि। इन प्रक्रियाओं में से किसी से भी गुजरने से पहले आपको अपने डॉक्टर से विट्रेक्टोमी सर्जरी और विट्रेओलिसिस लेजर उपचार के जोखिम और फायदों के बारे में बात कर लेनी चाहिए।

आई फ्लोटर्स के जोखिम और जटिलताएं - Eye floaters Risks & Complications in Hindi

आई फ्लोटर्स या दृष्टि में तैरते धब्बों की समस्या से जुड़े कुछ जोखिम कारक भी हैं, जिनकी वजह से यह समस्या हो सकती है :

  • डायबिटीज
    डायबिटीज में नई राह: स्वस्थ आत्मजग्रतता, प्राकृतिक उपाय, और योग से निरंतर सुरक्षित रहें। myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट का उपयोग करे स्वास्थ्य को सही मार्ग पर लाएं
  • बढ़ती उम्र (50 साल से अधिक)
  • मोतियाबिंद की सर्जरी
  • निकट की नजर कमजोर
  • आंखों में लगी चोट या आघात


संदर्भ

  1. National Eye Institute [Internet]. National Institute of Health. US Department of Health and Human Services; Keep Your Eyes Healthy
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  3. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria. Australia; Eye floaters
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia [Internet]. US National Library of Medicine. Bethesda. Maryland. USA; Eye floaters
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  7. Stanford Healthcare [Internet]. University of Stanford. California. US; Floaters and Flashes

आई फ्लोटर्स (दृष्टि में तैरते हुए धब्बे) की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Eye floaters in Hindi

आई फ्लोटर्स (दृष्टि में तैरते हुए धब्बे) के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

दवा का नाम

कीमत

₹92.37

₹45.59

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