खाने की नली को इसोफेगस कहा जाता है। इसमें सूजन की स्थिति कुछ मामलों में गंभीर हो सकती है, जिससे व्यक्ति को खाद्य व पेय पदार्थों का सेवन करने में दिक्कत होने लगती है। यह स्वास्थ्य संबंधी कई अंदरुनी कारणों से विकसित हो जाती है, लेकिन ज्यादातर मामलों में इसका कारण एसिड रिफ्लक्स रोग पाया जाता है। एसिड रिफ्लक्स रोग में पेट के अंदर मौजूद अम्लीय पदार्थ भोजन नली में आ जाते हैं और उसे क्षति पहुंचाने लगते हैं।
इसोफेजाइटिस के परीक्षण की शुरुआत मरीज के लक्षणों के बारे में पूछने से शुरु की जाती है और फिर गंभीरता को देखते हुऐ कई प्रकार के इमेजिंग टेस्ट और एंडोस्कोपी परीक्षण आदि किए जा सकते हैं। परीक्षण की मदद से भोजन नली में सूजन पैदा करने वाली अंदरुनी समस्या का पता लगाया जाता है। इस स्थिति का इलाज करन के लिए मुख्य रूप से इसके अंदरुनी कारण का इलाज किया जाता है।
यदि इसोफेजाइटिस की स्थिति गंभीर है और समय पर इसका इलाज शुरु नहीं किया गया है, तो इससे अन्य कई जटिलताएं हो सकती हैं। इसोफेजाइटिस से होने वाली जटिलताओं में मुख्य रूप से निगलने में कठिनाई, भोजन न खा पाना और कुपोषण आदि शामिल हैं।