एपीडीडीमिटिस क्या है?
पुरूषों के दोनों अंडकोष के पीछे की घुमावदार नलियों (एपीडीडीमिस: Epididymis) में सूजन आने की स्थिति को एपीडीडीमिटिस (Epididymitis) कहा जाता है। ब्लैडर के पीछे बनने वाले शुक्राणुओं को एपीडीडीमिस अंडकोष में मौजूद रखता है। एपीडीडीमिस पुरुषों के अंडकोष के पीछे घुमाव आकार में होती है और यह करीब 20 फीट तक लंबी हो सकती हैं।
(और पढ़ें - वैरीकोसेल का इलाज)
एपीडीडीमिटिस की समस्या किसी भी आयु के पुरुषों को हो सकती है,लेकिन यह विशेषकर 14 से 35 वर्ष के युवाओं व वयस्कों में देखी जाती है।
(और पढ़ें - अंडकोष कैंसर का इलाज)
एपीडीडीमिटिस के लक्षण क्या हैं?
एपीडीडीमिटिस होने पर पुरुषों में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। इस दौरान अंडकोष में सूजन व लालिमा होना, अंडकोष को छूने पर दर्द होना, बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय दर्द होना, शीघ्रपतन होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, वीर्य में खून आना और कुछ मामलों में बुखार आदि के लक्षण देखने को मिलते हैं।
(और पढ़ें - अंडकोष में गांठ का उपचार)
एपीडीडीमिटिस क्यों होता है?
यौन संचारित संक्रमण एपीडीडीमिटिस होने के मुख्य कारण में गोनोरिया (gonorrhea) क्लैमाइडिया (Chlamydia) को शामिल किया जाता है।
(और पढ़ें - एसटीडी का इलाज)
एपीडीडीमिटिस का इलाज कैसे होता है?
एपीडीडीमिटिस का कारण बनने वाले संक्रमण को ठीक करके, इस रोग का इलाज किया जाता है। इस इलाज में एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक दवाएं व सूजन को कम करने वाली दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा रोगी को अंडकोष में ठंडी सिकाई करने व भारी चीजें न उठाने की सलाह दी जाती है।
(और पढ़ें - सूजन कम करने के घरेलू उपाय)