एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में एक आम स्वास्थ्य समस्या है। इसका नाम "एंडोमेट्रियम" शब्द से आता है, जो कि बच्चेदानी (गर्भाशय) की अस्तर के टिश्यू (ऊतक) होते हैं। एंडोमेट्रियोसिस तब होता है जब इन टिश्यू के समान टिश्यू आपकी बच्चेदानी के बाहर या आपके शरीर के उन अन्य अंगों में बढ़ने लगते हैं जहां यह सामान्य रूप से नहीं होते।
एंडोमेट्रियोसिस सबसे ज्यादा इन अंगों में पाया जाता है -
- ओवरी (अंडाशय)
- फैलोपियन ट्यूब
- ऊतक जो बच्चेदानी को उसकी जगह पर रखते हैं
- बच्चेदानी की बाहरी सतह
अन्य अंगों में भी एंडोमेट्रिओसिस हो सकता है जैसे कि योनि, सर्विक्स (गर्भाशय ग्रीवा), वल्वा, आंत्र, ब्लैडर (मूत्राशय), या रेक्टम (मलाशय)। कुछ दुर्लभ मामलों में एंडोमेट्रिओसिस शरीर के अन्य भागों में हो सकता है, जैसे कि फेफड़े, मस्तिष्क और त्वचा।
भारत में एंडोमेट्रिओसिस
भारत में 1 करोड़ से भी अधिक महिलाएँ हर साल एंडोमेट्रिओसिस से ग्रस्त होती हैं। भारत में यह हर दस में से एक महिला को होता है।
(और पढ़ें - महिला स्वास्थ्य)