ड्यूप्युट्रेन क्या है?
ड्यूप्युट्रेन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हथेली की त्वचा के अंदर संयोजी ऊतक मोटे हो जाते हैं और उंगलियों की त्वचा से चिपक जाते हैं। आमतौर पर हथेलियों से जुड़ी यह समस्या कई वर्षों में विकसित होती है। वैसे तो यह स्थिति हमेशा दर्दनाक नहीं होती है, लेकिन उंगलियों के सीधे न खुल पाने के कारण हथेलियों से रोजमर्रा के काम (जैसे हाथों को जेब में रखना, दस्ताने पहनना या हाथ मिलाना) करने में दिक्कत आती है। त्वचा के अंदर के यह संयोजी ऊतक कई उंगलियों (ज्यादातर अनामिका और कनिष्ठिका) को प्रभावित कर सकते हैं।
इस बीमारी को कुछ अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे पामर फाइब्रोमैस, पामर फाइब्रोमाटोसिस-फैमिलियल, प्लांटर फाइब्रोमैस और प्लांटर फाइब्रोमाटोसिस-फैमिलियल।
ड्यूप्युट्रेन के संकेत और लक्षण
सबसे पहले हथेली से उंगली की ओर जाने वाली त्वचा मोटी होनी शुरू होती है। इसके बाद हथेली की त्वचा सिकुड़ने और ऊतकों पर गांठें बननी शुरू हो जाती हैं। शुरुआत में ये गांठें मुलायम रहती हैं, लेकिन समय के साथ यह कठोर हो जाती हैं। आमतौर पर ये गांठें दर्दनाक नहीं होती हैं और इस दौरान त्वचा धीमे-धीमे मोटी होना शुरू हो जाती है। यह बीमारी दोनों हथेलियों को प्रभावित कर सकती है, लेकिन ये ज्यादातर एक हाथ में देखी जाती है। जब तक इस बीमारी के लक्षणों से कोई परेशानी न हो, तब तक उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
ड्यूप्युट्रेन का कारण
डॉक्टरों को इस बीमारी की सटीक जानकारी नहीं है और उन्हें अभी तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि हाथ पर किसी तरह की चोट या किसी विशेष तरह के काम या व्यवसाय इसका कारण है।
ड्यूप्युट्रेन का इलाज
- दवा
इस स्थिति में दर्द और सूजन को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन लेने की सलाह दे सकते हैं। बढ़े हुए ऊतकों को मुलायम रखने के लिए वे हथेली में एंजाइम को इंजेक्ट कर सकते हैं। ऊतकों के मुलायम होने के बाद डॉक्टर मुड़ी हुई उंगलियों को सीधा करने की कोशिश करते हैं, इस प्रक्रिया में ये अतिरिक्त ऊतक टूट जाते हैं और उंगलियां सीधी हो जाती हैं।
अन्य उपचारों में नीडल (सुई) एपोन्यूरोटॉमी का इस्तेमाल शामिल है, जहां ऊतकों को छोटी हाइपोडर्मिक सुइयों के साथ खींचकर अलग किया जाता है।
- सर्जरी
यदि इन बढ़े हुए ऊतकों के कारण रोजमर्रा के कार्य प्रभावित होते हैं, तो इस स्थिति में सर्जरी मदद कर सकती है। इस प्रक्रिया के दौरान, सर्जन हथेली में बढ़े हुए ऊतकों को हटाते है, जिससे उंगलियां फिर से सामान्य हो सकती हैं। वैसे तो सर्जरी आमतौर पर हथेलियों को नॉर्मल कर सकती हैं लेकिन, संक्रमण और नसों को नुकसान पहुंचने जैसे जोखिम भी हो सकते हैं।
धूम्रपान इस बीमारी के जोखिमों को बढ़ा सकता है, इससे रक्त वाहिकाओं के अंदर सूक्ष्म बदलाव होते हैं जिनके कारण ड्यूप्युट्रेन की समस्या गंभीर हो सकती है।